IPS पूरन कुमार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, दोनों बेटियों ने दी मुखाग्नि...भावुक हुई पत्नी
IPS Puran Kumar suicide case : हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है. पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार ने पोस्टमार्टम की अनुमति सरकार के निष्पक्ष जांच आश्वासन के बाद दी. पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में 15 अधिकारियों पर प्रताड़ना व जातिवाद के आरोप लगाए. मामला अब न्यायिक जांच और बड़े प्रशासनिक फेरबदल की दिशा में बढ़ रहा है. इसी बीच आज 9वें दिन PIG में पोस्टमार्टम के बाद चंडीगढ़ के सेक्टर 25 स्थित श्मशान घाट में आखिरकार उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

IPS Puran Kumar suicide case : हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की पत्नी ने आठ दिन की प्रतीक्षा के बाद बुधवार को लिखित रूप में पोस्टमार्टम की इजाजत दी. इसके बाद परिवार ने शव की शिनाख्त की और एक मजिस्ट्रेट तथा फॉरेंसिक टीम की उपस्थिति में चंडीगढ़ PGI अस्पताल में चिकित्सकों के एक बोर्ड ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी की. इसे वीडियोग्राफी के साथ रिकॉर्ड किया गया.
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
अमनीत कुमार की सहमति और भरोसा
आदेश मिलने के पहले, पुलिस ने अदालत से पोस्टमार्टम की अनुमति लेने की कोशिश की थी. लेकिन उसकी सुनवाई से पहले ही पूरन कुमार की पत्नी IAS अमनीत पी कुमार ने लिखित अनुमति जारी की. उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इसी विश्वास के आधार पर उन्होंने पोस्टमार्टम की सहमति दी.
संदीप लाठर मामले में परिवार की जिद
वहीं, रोहतक में तैनात ASI संदीप लाठर के परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति नहीं दी है. उनका कहना है कि पहले संदीप की मौत की न्यायिक जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो. सर्वोच्च दिलचस्पी की बात यह है कि संदीप ने अपने अंतिम वीडियो बयान में सीधे वाई पूरन कुमार और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.
विवादास्पद सुसाइड नोट
यह शायद पहला मामला है, जब एक वरिष्ठ IPS अधिकारी की पत्नी खुद पुलिस में शिकायत दर्ज कराती है कि उसके पति को खुदकुशी के लिए उकसाया गया. पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में 15 IAS/IP एस अधिकारियों का नाम लिया और लिखा कि उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जा रहा था. उन्होंने जाति भेदभाव, पदोन्नति और सरकारी सुविधाओं में अन्याय का जिक्र करते हुए कहा कि वे ऐसी प्रताड़ना और सामाजिक बहिष्कार अधिक समय तक बर्दाश्त नहीं कर सकते थे.
सरकारी कदम और छुट्टी आदेश
पूरे विवाद के बीच हरियाणा सरकार ने डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को अगले आदेश तक छुट्टी पर भेज दिया है. शत्रुजीत सिंह कपूर की जगह ओपी सिंह को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है. इस कार्रवाई को एक तात्कालिक कदम के रूप में देखा जा रहा है ताकि जांच निष्पक्ष और प्रभावशाली हो सके.


