नंदानगर में जूनून संस्था का नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर, 1500 से अधिक ग्रामीणों ने कराया इलाज
चमोली जनपद के नंदानगर में दिल्ली की जूनून चैरिटेबल संस्था द्वारा आयोजित एक दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में 1500 से अधिक ग्रामीणों ने जांच करवाई. 28 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने विभिन्न रोगों का परीक्षण किया.

उत्तराखंड : चमोली जनपद के सीमांत क्षेत्र नंदानगर में दिल्ली स्थित जूनून चैरिटेबल संस्था ने रविवार को एक दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया. इस शिविर ने पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को दूर करने की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई. दूरस्थ गांवों से आए करीब 1500 से अधिक लोगों ने यहां विभिन्न रोगों की जांच करवाई और उपचार का लाभ उठाया.
विधायक भूपाल राम टम्टा ने किया उद्घाटन
प्रशासन की सराहना और प्रेरणा का संदेश
शिविर के दौरान जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत पंवार भी स्थल पर पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के लिए जूनून संस्था की सराहना की. जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी समाजसेवी संस्थाएं प्रशासन के लिए प्रेरणास्रोत हैं और नंदानगर जैसे सीमांत इलाकों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना बेहद जरूरी है.
28 चिकित्सकों की टीम ने मरीजों का किया परीक्षण
शिविर में देश के प्रतिष्ठित अस्पतालों से आए 28 विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने मरीजों का परीक्षण किया. इसमें बाल रोग, हृदय रोग, अस्थि रोग, स्त्री रोग, दंत रोग आदि के विशेषज्ञ शामिल थे. रोगियों की ईसीजी, शुगर टेस्ट, लिवर टेस्ट, बोन डेंसिटी, बीपी जांच सहित कई महत्वपूर्ण परीक्षण निःशुल्क किए गए. इस दौरान मरीजों को आवश्यक दवाएं और स्वास्थ्य संबंधी परामर्श भी प्रदान किया गया.
संयोजक का संदेश और पहाड़ों की स्वास्थ्य चुनौतियां
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. गिरीश वैष्णव ने बताया कि जूनून संस्था पिछले 25 वर्षों से लगातार इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करती आ रही है. हर वर्ष लगभग 2000 लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण का लक्ष्य रखा जाता है. उन्होंने चिंता जताई कि आज पहाड़ी क्षेत्रों में भी शुगर, हाइपरटेंशन और फैटी लिवर जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए समय पर जांच और जागरूकता बेहद आवश्यक है.
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया और राहत की भावना
स्थानीय नागरिकों ने जूनून संस्था की इस पहल की खुलकर सराहना की. लोगों ने कहा कि दिल्ली और देहरादून जैसे बड़े शहरों के विशेषज्ञ डॉक्टरों का नंदानगर जैसे दूरस्थ क्षेत्र तक पहुंचना ग्रामीणों के लिए बहुत बड़ी राहत है. ऐसे शिविर न केवल चिकित्सा सुविधा प्रदान करते हैं, बल्कि ग्रामीणों के भीतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाते हैं.
सामाजिक सहभागिता का प्रतीक आयोजन
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख हिमा देवी, डॉ. सौरभ वैष्णव, कृपाल बिष्ट, राकेश डिमरी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष हिमानी वैष्णव, एसडीएम आर.के. पांडेय समेत अनेक अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे. सभी ने इस आयोजन को नंदानगर के लिए स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक “मील का पत्थर” बताया.
नंदानगर का यह नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर न केवल चिकित्सा सहायता का माध्यम बना, बल्कि यह इस बात का प्रतीक भी है कि समाजसेवी संस्थाएं, प्रशासन और जनता मिलकर पहाड़ के सबसे दूरस्थ कोनों तक भी स्वास्थ्य की रोशनी पहुंचा सकती हैं.


