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सिंधिया की उंगली में फंसी लकड़ी की फांस, अशोकनगर में जनता से मिलते समय लगी हल्की चोट

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर जनसंपर्क के दौरान मामूली रूप से घायल हो गए. ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद बैरिकेडिंग पार करते समय उनकी उंगली में लकड़ी की फांस चुभ गई, लेकिन उन्होंने बिना रुके कार्यक्रम जारी रखा.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Jyotiraditya Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार, 27 जून को मध्य प्रदेश के अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर जनसंपर्क के दौरान मामूली रूप से घायल हो गए. ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस ट्रेन के शुभारंभ के बाद जब वे बैरिकेडिंग पार कर जनता का अभिवादन कर रहे थे, तभी उनकी उंगली में लकड़ी की फांस चुभ गई.

हालांकि चोट लगने के बाद भी सिंधिया ने कार्यक्रम में भाग लेना जारी रखा. मंच पर लौटते समय उन्हें उंगली को दबाते हुए देखा गया, जिससे उनके दर्द का अंदाज़ा लगाया जा सका. उनकी स्थिति देखकर मंच पर मौजूद जनप्रतिनिधियों ने तुरंत मेडिकल टीम को सूचित किया.

बैरिकेड पार करते समय लगी चोट

ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस के उद्घाटन के बाद अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर मौजूद लोगों से मिलने के लिए जैसे ही सिंधिया बैरिकेडिंग के पास पहुंचे, तभी अस्थायी रूप से लगाई गई लकड़ी की फेंसिंग में से एक फांस उनकी उंगली में चुभ गई. चोट लगने के बावजूद उन्होंने लोगों से मिलना जारी रखा और मंच पर लौटे.

मंच पर पहुंची मेडिकल टीम, मौके पर हुआ इलाज

सिंधिया की तकलीफ देखकर साथ आए जनप्रतिनिधियों ने उनके काफिले में मौजूद मेडिकल टीम को सूचना दी. तुरंत एंबुलेंस यूनिट से एक डॉक्टर मंच पर पहुंचे और प्राथमिक जांच की. जब यह स्पष्ट हुआ कि फांस गहरी है, तो एक विशेषज्ञ डॉक्टर को बुलाया गया, जो छोटे ऑपरेशन करने में निपुण थे. करीब 15 मिनट तक मंच पर ही उनका इलाज चला.

इलाज के बाद फिर से शुरू किया कार्यक्रम

तेजी से हुए इलाज के बाद सिंधिया ने बिना किसी देरी के दोबारा मंच संभाल लिया और अपनी आगे की गतिविधियों को पूरा किया. अधिकारियों ने पुष्टि की कि चोट मामूली थी और सिंधिया पूरी तरह स्वस्थ हैं.

ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी

इस मौके पर सिंधिया ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन से ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह ट्रेन ग्वालियर और बेंगलुरु के बीच पहली सीधी रेल सेवा है, जिसे एक ऐतिहासिक तोहफा बताया गया.

ग्वालियर और बेंगलुरु के बीच पहली सीधी कड़ी

सिंधिया ने इस विकास को ऐतिहासिक सौगात बताया और कहा कि यह पहली बार है जब ग्वालियर सीधे बेंगलुरु से जुड़ा है. पहले यात्रियों को कोटा, बीना या भोपाल से होकर जाना पड़ता था, जिससे 6–8 घंटे अतिरिक्त लगते थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने  कहा, "अब इस नई सीधी सेवा के जरिए यात्रा का समय घटकर सिर्फ 30 घंटे रह गया है, और शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, बीना, विदिशा व भोपाल जैसे शहरों को भी लाभ मिलेगा."

रेल और वायु संपर्क में हो रही निरंतर प्रगति

सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में ग्वालियर में हो रहे विकास की सराहना की. उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्वालियर से कई नई रेल सेवाएं शुरू हुई हैं.

सिंधिया ने ग्वालियर-कोलारस मेमू सेवा की सफलता का भी जिक्र किया, जिसे आगे चलकर श्योपुर और कोटा तक बढ़ाया जाएगा. साथ ही उन्होंने अपने पूर्ववर्ती नागरिक उड्डयन मंत्री कार्यकाल की याद दिलाते हुए बताया कि कैसे ग्वालियर से प्रमुख शहरों के लिए वायु सेवा को भी सशक्त किया गया.

ग्वालियर के विकास में नया पड़ाव

ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस की शुरुआत क्षेत्र के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव साबित हो रही है. रेल और वायु दोनों माध्यमों से संपर्क में हो रहे विस्तार से ग्वालियर देश के परिवहन मानचित्र पर एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है.

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27 June 2025, 06:00 PM IST

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