JNU में एक बार फिर 'लाल सलाम', ABVP का क्लीन स्वीप
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ चुनाव 2025-26 के नतीजे घोषित हो गए हैं. छात्र संघ चुनाव में लेफ्ट यूनिटी ने चारों प्रमुख पदों पर जीत दर्ज की है. अदिति मिश्रा ने अध्यक्ष (President), के. गोपिका बाबू ने उपाध्यक्ष (Vice President), सुनील यादव ने महासचिव (General Secretary) और दानिश अली ने संयुक्त सचिव (Joint Secretary) के पद पर शानदार जीत हासिल की है.

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ चुनाव 2025-26 के परिणामों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कैंपस में लेफ्ट की विचारधारा अब भी गहराई से जुड़ी हुई है. छात्र संघ चुनाव में लेफ्ट यूनिटी ने चारों प्रमुख पदों पर जीत दर्ज की है. अदिति मिश्रा ने अध्यक्ष (President), के. गोपिका बाबू ने उपाध्यक्ष (Vice President), सुनील यादव ने महासचिव (General Secretary) और दानिश अली ने संयुक्त सचिव (Joint Secretary) के पद पर शानदार जीत हासिल की है.
#WATCH | Delhi | JNU Students' Union Election | The Left Unity alliance, consisting of the All India Students' Association (AISA), Students' Federation of India (SFI), and Democratic Students' Front (DSF), dominated the Jawaharlal Nehru University Students' Union (JNUSU)… pic.twitter.com/xluRyGrF9l
— ANI (@ANI) November 6, 2025
67 फीसदी मतदान हुआ था
आपको बता दें कि इस चुनाव में कुल 9,043 छात्र मतदाता थे, जिनमें लगभग 67 फीसदी छात्रों ने मतदान किया. इतनी बड़ी संख्या में वोटिंग होना इस बात का प्रमाण है कि छात्र राजनीति के प्रति जेएनयू के विद्यार्थी कितने जागरूक हैं. आपको बता दें कि इस बार चुनाव से पहले 2 नवंबर को प्रेसिडेंशियल डिबेट आयोजित की गई थी, जबकि मतदान 4 नवंबर को हुआ था.
कौन है अदिति मिश्रा
छात्रसंघ चुनाव 2025-26 में अध्यक्ष पर निर्वाचित अदिति मिश्रा उत्तर प्रदेश के बनारस की रहने वाली हैं. बनारस प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र है. उन्होंने बिहार से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से अर्थशास्त्र (Economics) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. फिलहाल, वह जेएनयू के सेंटर फॉर कंपेरेटिव पॉलिटिक्स एंड पॉलिटिकल थ्योरी (CCPPT) से पीएचडी कर रही हैं.
लेफ्ट यूनिटी की उम्मीदार थी अदिति
अदिति ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) से जुड़ी हुई हैं और इस बार वह लेफ्ट यूनिटी की तरफ से अध्यक्ष पद की उम्मीदवार थीं. अदिति लंबे समय से कैंपस में जेंडर जस्टिस, समानता, प्रगतिशील सोच और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए सक्रिय रूप से काम करती रही हैं. इस जीत को न केवल उनकी मेहनत की सफलता माना जा रहा है, बल्कि इसे उस विचारधारा की जीत भी कहा जा रहा है जो समानता, सामाजिक न्याय और समावेशिता की बात करती है.
गठबंधन से बाहर था AISF
छात्रसंघ चुनाव 2025-26 को लेकर AISA, SFI और DSF ने मिलकर गठबंधन बनाया था. हालांकि, AISF को इस चुनाव के लिए गठबंधन का हिस्सा नहीं बनाया गया था. गठबंधन ने क्रमशः AISA की अदिति मिश्रा को अध्यक्ष, SFI की गोपिका बाबू को उपाध्यक्ष, DSF के सुनील यादव को महासचिव और AISA के दानिश अली को संयुक्त सचिव पद के लिए उम्मीदवार बनाया था. इन नतीजों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जेएनयू की राजनीति में अभी भी लेफ्ट यूनिटी की पकड़ मजबूत है और छात्र समुदाय उनके प्रगतिशील एजेंडे पर भरोसा करता है.


