"महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब, अखिलेश यादव बोले – ‘अभी भी लाखों लोग जाना चाहते हैं!’"
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था की लहर चरम पर है. लाखों श्रद्धालु हर दिन संगम में स्नान कर रहे हैं, तो वहीं अखिलेश यादव ने सरकार से इसकी अवधि बढ़ाने की मांग की है. उनका कहना है कि इस बार महाकुंभ कम दिनों का हो रहा है, जबकि पहले यह 75 दिनों तक चलता था. सोशल मीडिया पर भीड़भाड़ वाली ट्रेनें, जाम से भरी सड़कें और भारी भीड़ की तस्वीरें छाई हुई हैं. क्या सरकार श्रद्धालुओं की इस जबरदस्त भीड़ को देखते हुए महाकुंभ की समय सीमा बढ़ाएगी? जानिए पूरी खबर!

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. लाखों श्रद्धालु हर दिन संगम में पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार से महाकुंभ की अवधि बढ़ाने की मांग की है. उनका कहना है कि इस बार महाकुंभ अपेक्षाकृत कम दिनों का हो रहा है, जबकि पहले यह 75 दिनों तक चलता था.
भीड़ का सैलाब, खचाखच भरी ट्रेनें और जाम से पटी सड़कें
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में दिख रहा है कि श्रद्धालु बड़ी संख्या में कुंभ पहुंच रहे हैं. ट्रेनें खचाखच भरी हैं, सड़कों पर भारी भीड़ है, और वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. हाल ही में प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ के कारण अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा. इसी के चलते अखिलेश यादव का कहना है कि श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए महाकुंभ की समय सीमा को और बढ़ाया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इस पावन अवसर का लाभ उठा सकें.
भगदड़ में मौतें छिपाने का आरोप
अखिलेश यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि बीते महीने महाकुंभ में भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत हुई, लेकिन सरकार ने असली आंकड़े छुपा लिए. हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है और व्यवस्था चाक-चौबंद होने का दावा किया है.
50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी!
महाकुंभ, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम कहा जाता है, 13 जनवरी को शुरू हुआ था और इसका समापन 26 फरवरी को महा शिवरात्रि के दिन होगा. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं. यह संख्या अमेरिका और रूस की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है! अकेले शुक्रवार को शाम 6 बजे तक 92 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे.
क्या सरकार महाकुंभ की अवधि बढ़ाएगी?
अखिलेश यादव की इस मांग पर सरकार का क्या रुख होगा, यह देखना दिलचस्प रहेगा. फिलहाल, महाकुंभ अपने अंतिम चरण में है, लेकिन आस्था का सैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है. अगर श्रद्धालुओं की भीड़ यूं ही बनी रही, तो सरकार को इस पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है.