मान सरकार ने पंजाब के शिक्षा क्षेत्र को दिया नया मोड़ , 'पंजाब युवा उद्यमी योजना' के तहत "मिशन रोजगार" को मिलेगी मजबूती
पंजाब सरकार की युवा उद्योग योजना छात्रों को कौशल, उद्यमिता और मार्केटिंग में प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का महत्वाकांक्षी कदम है. स्कूल ऑफ एमिनेंस, आधुनिक आईटीआई और बहु-कौशल केंद्र युवाओं को रोजगार, प्रतियोगी परीक्षाओं और नशे से बचाव की तैयारी में सक्षम बनाते हैं.

चंडीगढ़ : पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार छात्रों के कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए पंजाब युवा उद्योग योजना ला रही है. इस योजना के तहत, सरकारी स्कूलों की 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को व्यवसाय, उद्यमिता और मार्केटिंग के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा. मान सरकार ने शिक्षा के पारंपरिक ढांचे से हटकर कौशल शिक्षा को प्राथमिकता देने का एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसका उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है.
शिक्षा और कौशल का संगम
स्कूल ऑफ एमिनेंस और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
मान सरकार की यह योजना केवल कौशल विकास तक सीमित नहीं है. स्कूल ऑफ एमिनेंस के माध्यम से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे जेईई, नीट और सिविल सेवा परीक्षा की मुफ्त तैयारी भी कराई जाएगी. इस पहल से छात्रों को पढ़ाई और कमाई दोनों का अनुभव मिलेगा.
विश्व कौशल उत्कृष्टता परिसर और ITI सुधार
अप्रैल 2025 में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लुधियाना में विश्व कौशल उत्कृष्टता परिसर का उद्घाटन किया. इस परिसर में आधुनिक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) और बहु-कौशल विकास केंद्र (MSDC) शामिल हैं, जो प्रतिवर्ष 3,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण देने में सक्षम हैं. आईटीआई संस्थानों में दाखिले 50-60% से बढ़कर 97% तक पहुंच गए हैं, जिससे युवाओं में शिक्षा के प्रति उत्साह बढ़ा है.
नशे से बचाव और सामाजिक जागरूकता
मान सरकार ने कौशल शिक्षा के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए विशेष पाठ्यक्रम शुरू किया. इस पहल का लक्ष्य 8 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचना है और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए सशक्त बनाना है. पंजाब कौशल विकास मिशन राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान कर रहा है.
राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना
मान सरकार की यह दूरदर्शी पहल पंजाब के युवाओं को शिक्षा, कौशल और रोजगार के क्षेत्र में सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है. स्कूल ऑफ एमिनेंस, आईटीआई और कौशल विकास केंद्र युवाओं को न केवल शिक्षित कर रहे हैं, बल्कि उन्हें रोजगार और उद्यमिता के लिए तैयार कर रहे हैं. इस दृष्टिकोण से पंजाब एक ऐसा राज्य बन रहा है जहाँ शिक्षा और कौशल का सीधा संबंध रोजगार और समृद्धि से जुड़ा है, और यह सब मान सरकार की नीतियों के माध्यम से संभव हो रहा है.


