यूपी में नाबालिग दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म, परिवार का दावा- तेजाब से जलाया 'ओम' टैटू
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक दरिंदगी का मामला सामने आया है. रिपोर्ट के अनुसार, जिले में एक 14 वर्षीय दलित लड़की को किडनैप करके उसके साथ 2 महीने तक गैंगरेप किया गया. इतना ही नहीं पीड़िता को टॉर्चर भी किया गया. पीड़िता के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, सलमान, जुबैर, राशिद और आरिफ नाम के आरोपियों ने उसे जबरन कार में बिठाया, नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया और उसे एक अज्ञात स्थान पर ले गए, जहां उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और बार-बार उसके साथ मारपीट की.

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक दरिंदगी का मामला सामने आया है. रिपोर्ट के अनुसार, जिले में एक 14 वर्षीय दलित लड़की को किडनैप करके उसके साथ 2 महीने तक गैंगरेप किया गया. इतना ही नहीं पीड़िता को टॉर्चर भी किया गया. पुलिस ने बताया कि इस घटना में चार लोग शामिल थी, इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं.
पीड़िता के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, लड़की जब टेलर के पास जा रही थी, तभी कुछ गुंडों ने उसको किडनैप कर लिया. शिकायत के अनुसार, सलमान, जुबैर, राशिद और आरिफ नाम के आरोपियों ने उसे जबरन कार में बिठाया, नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया और उसे एक अज्ञात स्थान पर ले गए, जहां उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और बार-बार उसके साथ मारपीट की.
हाथ पर बने टैटू को तेजाब से जलाया
भगतपुर थाने के प्रभारी संजय कुमार पांचाल ने बताया कि लड़की के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, लड़की को बंधक बनाए रखने के दौरान 'आरोपियों ने उसके हाथ पर बने 'ओम' टैटू को तेजाब से जला दिया और उसे जबरन मांस खिलाया और उसे और अधिक प्रताड़ित किया.
विभिन्न धाराओं में केस दर्ज
यह यातना दो महीने तक जारी रही, उसके बाद वह किसी तरह बचकर 2 मार्च को घर लौटी. उसके परिवार ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद भगतपुर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
परिवार पर केस वापस लेने का दबाव
एसपी (ग्रामीण) कुंवर आकाश सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक आरोपी सलमान को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बाकी तीन लोगों की तलाश जा रही है. इस बीच, लड़की के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें धमकाया जा रहा है और केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.


