बादल फटा, डूबा बस स्टैंड, गाड़ियां बह गईं... हिमाचल में मॉनसून ने विदाई से पहले मचाई भारी तबाही, अब तक 409 मौतें
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने कहर जारी है. मंडी के धरमपुर में बादल फटने से बस स्टैंड डूब गया और कई वाहन बह गए. शिमला और आसपास के इलाकों में भूस्खलन और भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने एक बार फिर कहर बरपाया है. मंडी जिले के धरमपुर में रविवार देर रात बादल फटने से हालात बिगड़ गए. इस हादसे में पूरा बस स्टैंड पानी में डूब गया और कई गाड़ियां बह गईं. लोगों के घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई.
राजधानी शिमला समेत कई इलाकों में भूस्खलन और भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. हर तरफ पानी, मलबा और तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि इस सीजन में सामान्य से 44 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे आपदाएं लगातार बढ़ रही हैं.
धरमपुर में फटा बादल
मंडी जिले के धरमपुर में बादल फटने से बस स्टैंड पूरी तरह डूब गया. बसों समेत कई वाहन पानी में बह गए. स्थानीय प्रशासन के अनुसार, इस घटना में एक व्यक्ति अभी तक लापता बताया जा रहा है. सोन खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ने से आसपास के घरों और दुकानों में पानी घुस गया. रातभर पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित निकाला. कई लोगों ने छतों पर चढ़कर अपनी जान बचाई.
VIDEO | Himachal Pradesh: Heavy rainfall disrupts life in Mandi; several vehicles damaged. Visuals from Dharampur Bus Stand.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 16, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/LKuMUfguDU
शिमला और आसपास के क्षेत्रों में भूस्खलन
शिमला सहित हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं. कई जगहों पर सड़कें बंद हो गईं और यातायात बाधित हुआ. लोगों को सफर करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
493 सड़कें और 352 ट्रांसफार्मर प्रभावित
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 493 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं. इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग-3 का अटारी-लेह खंड, एनएच-305 का औट-सैंज खंड और एनएच-503ए का अमृतसर-भोटा खंड शामिल हैं. इसके अलावा, 352 बिजली ट्रांसफार्मर और 163 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में जोगिंदरनगर में 56 मिमी, पालमपुर में 48 मिमी, पंडोह में 40 मिमी और कांगड़ा में 34.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. नगरोटा सूरियां में 30 मिमी, मंडी में 27.5 मिमी, सराहन में 18.5 मिमी, मुरारी देवी में 18.2 मिमी, भरेरी में 17.6 मिमी और करसोग में 17 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई.
अब तक 409 मौतें
20 जून से मॉनसून की शुरुआत के बाद से अब तक राज्य में बारिश और सड़क दुर्घटनाओं से जुड़ी घटनाओं में 409 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लोग अब भी लापता हैं. इनमें से 180 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई. अधिकारियों ने बताया कि अब तक हिमाचल को लगभग 4,504 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
मौसम विभाग ने बताया कि 1 जून से 15 सितंबर तक हिमाचल में 991.1 मिमी औसत बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश 689.6 मिमी होती है. यानी इस सीजन में 44 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. अनुमान है कि 20 से 25 सितंबर के बीच राज्य से मॉनसून विदा हो जाएगा.


