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क्या ट्रंप घटाएंगे भारत का टैरिफ? आज से दिल्ली में शुरू होगी अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता

भारत और अमेरिका के बीच आज नई दिल्ली में द्विपक्षीय व्यापार वार्ता होगी. हाल के तनाव के बाद यह मुलाकात संबंध सुधारने का बड़ा कदम है. अमेरिकी टैरिफ और आलोचनाओं के बावजूद, मुक्त व्यापार समझौते (BTA) पर प्रगति की उम्मीद है. यह वार्ता सकारात्मक माहौल बनाएगी.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

India US Trade Talks: भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वार्ता आज यानी मंगलवार को नई दिल्ली में होने जा रही है. वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह मीटिंग दोनों देशों के बीच हालिया तनाव के बाद संबंधों में संभावित सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है. विशेष रूप से यह वार्ता ऐसे समय हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस से तेल खरीदने पर भारत पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ ने मुक्त व्यापार समझौते को खतरे में डाल दिया था.

इस मीटिंग से उम्मीद है कि दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते (BTA) पर ठोस प्रगति कर सकेंगे. इससे पहले अमेरिकी पक्ष की ओर से भारत की नीतियों को लेकर तीखी आलोचना की गई थी लेकिन अब बातचीत के फिर से शुरू होने से सकारात्मक माहौल बनने की संभावना है.

US के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच और भारतीय टीम की मुलाकात

भारत के वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव और मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल ने सोमवार को जानकारी दी कि अमेरिका के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच आज रात भारत आ रहे हैं. वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने भी इसकी पुष्टि की और कहा कि मंगलवार को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारतीय टीम से मुलाकात करेगा. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष व्यापार से जुड़े मुद्दों पर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं.

टैरिफ विवाद के बाद पहली बार आमने-सामने होगी बातचीत

यह मीटिंग दोनों देशों के बीच पहली औपचारिक प्रत्यक्ष बातचीत होगी जो 14-18 जुलाई को वाशिंगटन में आयोजित पांचवें दौर की वार्ता के बाद हो रही है. 25 अगस्त को प्रस्तावित छठे दौर की वार्ता ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25% दंडात्मक और 25% पारस्परिक शुल्क के चलते स्थगित हो गई थी. ये शुल्क रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर लगाए गए थे जो 27 अगस्त से प्रभावी हुए. भारत ने इन टैरिफ को अनुचित और अस्वीकार्य बताया था. 

ट्रंप-मोदी के बीच सकारात्मक संकेतों का माहौल

हाल ही में ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सकारात्मक बयान सामने आए. ट्रंप ने मोदी को महान प्रधानमंत्री कहा जबकि दोनों नेताओं ने यह भरोसा जताया कि व्यापार वार्ता को जल्द पूरा किया जाएगा. तेल खरीद बंद करें, मामला सुलझेगा और अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत एक बार जब वे रूसी तेल खरीदना बंद कर देंगे, तो हम इस मामले को सुलझा लेंगे. वहीं, भारत में अमेरिकी राजदूत पद के लिए ट्रंप द्वारा नामित सर्जियो गोर ने अपनी पुष्टिकरण सुनवाई में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और टैरिफ के मुद्दों पर ज्यादा मतभेद नहीं हैं. 

अगस्त-सितंबर के दौरान ट्रंप प्रशासन के कई अधिकारियों ने भारत को लेकर सख्त रुख अपनाया था. भारत को क्रेमलिन के लिए तेल का काला धन कहा गया और अमेरिका ने नई दिल्ली से यह स्पष्ट करने को कहा कि वह अमेरिका के साथ है या रूस-चीन गठबंधन के साथ. एससीओ सम्मेलन में पीएम मोदी की पुतिन और शी जिनपिंग के साथ उपस्थिति ने इस आलोचना को और तेज कर दिया था. हालांकि सोमवार को व्हाइट हाउस के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने कहा कि भारत और अमेरिका अब फिर से बातचीत की मेज पर हैं.

व्यापार समझौते पर बनी है सहमति

भारत और अमेरिका ने 13 फरवरी को द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण को अक्टूबर 2025 तक पूरा करने पर सहमति दी थी. इसके बाद 29 मार्च को संदर्भ की विस्तृत शर्तों को अंतिम रूप दिया गया. 22 अप्रैल को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भारत दौरे के दौरान इन शर्तों की औपचारिक घोषणा की और X पर इसे अंतिम सौदे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

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16 September 2025, 08:45 AM IST

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