श्रावण सोमवार को मटन ने बिहार की सियासत में लगाई आग, भाजपा-राजद के बीच तीखी जंग
बिहार की सियासत में इन दिनों हलचल मची है, और पवित्र श्रावण मास में मटन विवादों का केंद्र बन गया है. इसी बीच तेजस्वी यादव ने NDA नेताओं पर मांसाहार को लेकर तीखा आरोप लगाया है. उन्होंने खुलासा किया कि कुछ भाजपा विधायक श्रावण में भी मटन खाने से नहीं चूक रहे.

Bihar Politics: पवित्र श्रावण मास के दौरान जब मंदिरों में शिवभक्तों का उपवास और शाकाहार का चलन जोरों पर है, उसी समय बिहार की राजनीति में एक अनोखा मुद्दा सुर्खियों में छा गया है. राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन, दूसरी सोमवारी को, केंद्रीय कक्ष में मटन रोगन जोश जैसे स्वादिष्ट कश्मीरी व्यंजन परोसे जाने ने राजनीतिक हलचल मचा दी. यह मामला खासतौर पर चुनावी बिहार में चर्चा का केंद्र बना है, जहां विपक्ष ने इसे दोहरे मानदंड की राजनीति बताते हुए सरकार पर निशाना साधा है.
भाजपा विधायक जब श्रावण सोमवारी को मटन का आनंद ले रहे थे, विपक्षी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने तुरंत इस पर तीखा हमला किया. तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, 'भाजपा विधायकों ने श्रावण सोमवारी को मटन का लुत्फ उठाया. हमें किसी के खाने की पसंद पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री को अपने हमलों में 'चयनात्मक' नहीं होना चाहिए. जहां उन्हें यह अच्छा लगता है कि उनकी पार्टी के नेता श्रावण के दौरान मटन खाते हैं, वहीं वे विपक्षी नेताओं पर हमला करने से नहीं हिचकिचाते, भले ही वे मांसाहारी भोजन से परहेज करते हों.' उन्होंने अपने तर्क को सशक्त बनाने के लिए मटन रोगन जोश वाले स्टॉल का वीडियो भी साझा किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
भाजपा का पलटवार
राज्य भाजपा प्रवक्ता मनोज शर्मा ने मंगलवार को जवाब देते हुए कहा, 'हो सकता है कि कैटरर ने शाकाहारी भोजन के साथ मटन डिश की भी व्यवस्था की हो, लेकिन क्या तेजस्वी केवल यह देखते रहे कि मटन किसने खाया?' तेजस्वी का मजाक उड़ाया और पूछा क्या विपक्ष को CCTV फुटेज देखना चाहिए या बिहार के विकास पर बात करनी चाहिए. यह पहली बार नहीं है जब श्रावण मास में मटन की चर्चा हुई है, जबकि बहुसंख्यक हिंदू इस समय शाकाहारी होते हैं.
पहले भी विवादों में रहा मटन
पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत लखीसराय में मटन पार्टी आयोजित कर विवाद खड़ा किया था. वायरल वीडियो में वे कहते सुनाई दिए कि उन्होंने शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के खाने का इंतजाम किया था. तेजस्वी ने इस पर भी कटाक्ष किया. इसी महीने की शुरुआत में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने किशनगंज जिले में भाषण के दौरान बिरयानी का इंतजाम किया था, जिसे पार्टी ने शाकाहारी बिरयानी बताया.
मटन का राजनीतिक विवाद इससे पहले भी उठा था, जब 2023 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने श्रावण मास में दिल्ली स्थित बेटी के घर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लिए विशेष मटन डिश बनाई थी. उस वक्त लालू के देसी अंदाज में मटन पकाने और परोसने का वीडियो वायरल हुआ, जिस पर NDA की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई थी.
मांसाहारी भोजन पर राजनीति
हाल ही में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव और उनके सहयोगी मुहेश साहनी हेलीकॉप्टर की सवारी के दौरान मछली खाते कैमरे में कैद हुए थे. NDA नेताओं ने दोनों को निशाने पर लेते हुए कहा था कि नवरात्र के दौरान मछली खाना सनातन संस्कृति का अपमान है. तेजस्वी ने इस आरोप का खंडन करते हुए स्पष्ट किया था कि उन्होंने यह मांसाहारी भोजन नवरात्र शुरू होने से पहले ही किया था.


