नाना पटोले का विवादित बयान: 'बीजेपी वालों को कुत्ता बनाओ', चुनावी माहौल में सियासी घमासान!
महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के एक बयान ने सियासी हलचल मचा दी है, जिसमें उन्होंने बीजेपी वालों को 'कुत्ता' कहने की बात कही. पटोले का कहना है कि जब बीजेपी उनके ओबीसी समाज को गालियां देती है तो वह चुप नहीं रह सकते. इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे कांग्रेस की हताशा करार दिया है. अब सवाल यह है कि इस बयान का चुनावी असर क्या होगा? जानिए पूरी कहानी और पटोले के विवादित बयान के पीछे की असली वजह.

Nanak Patole Controversial Statement: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (2024) के बीच कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. इस बार कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले के एक विवादित बयान ने सियासी माहौल में हलचल मचा दी. नाना पटोले ने बीजेपी के नेताओं को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिसे लेकर सियासी गलियारों में विवाद खड़ा हो गया है. पटोले ने कहा था, 'अगर बीजेपी मेरे ओबीसी समाज को गाली देती है तो मैं चुप नहीं बैठ सकता, इसलिए मैंने कहा था कि बीजेपी वालों को कुत्ता बनाओ.'
बीजेपी ने नाना पटोले के बयान पर किया पलटवार
नाना पटोले के इस बयान को लेकर बीजेपी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने नाना पटोले के बयान को कांग्रेस की हताशा का परिणाम बताया. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस नेताओं के इस तरह के बयान महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की निराशा को दिखाते हैं. वे हार की कगार पर हैं और इसीलिए ऐसे बयान दे रहे हैं.' किरीट सोमैया का कहना था कि इस तरह के विवादित बयान से किसी पार्टी को फायदा नहीं होता, बल्कि यह उनके अंदर की हताशा को उजागर करता है.
Don’t vote for BJP, whose leaders call you ‘dogs’. It’s time to make them the ‘dogs’ by voting against them.
— Maharashtra Congress chief Nana Patole Ji’s appeal to the OBC community. pic.twitter.com/3tDCOL39Di— Shantanu (@shaandelhite) November 12, 2024
नाना पटोले ने क्यों दिया यह बयान?
इस बयान के बाद नाना पटोले ने सफाई दी और बताया कि उन्होंने यह टिप्पणी क्यों की. पटोले ने कहा, 'अगर बीजेपी मेरे ओबीसी समाज को गालियां देती है तो मैं कैसे चुप रह सकता था. मैंने यह बयान इसी गुस्से में दिया था.' उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी डर का माहौल बनाकर देश की एकता को तोड़ने का काम कर रही है. पटोले ने यह बयान अकोला जिले में एक चुनावी सभा में दिया था, जहां उन्होंने बीजेपी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया था.
महाराष्ट्र सरकार पर हमला
नाना पटोले ने इस बयान के बाद महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार साबित होगी. पीएम मोदी को यह सवाल करना चाहिए कि अगर वे सच में महाराष्ट्र की जनता के बारे में सोचते हैं, तो क्या वह सर्वे करवा सकते हैं जिसमें महाराष्ट्र की सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार घोषित किया जाए? नाना पटोले का कहना था कि पीएम मोदी कर्नाटक के किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए काम करने वाली सरकार को भ्रष्ट कहने आए हैं, लेकिन वहीं महाराष्ट्र की सरकार जो राज्य को लूटकर गुजरात को दे रही है, उसे सर्टिफिकेट देने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का जवाब महाराष्ट्र की जनता को देना होगा.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच छिड़ी जुबानी जंग
नाना पटोले के इस बयान ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक और विवाद को जन्म दिया है. कांग्रेस जहां अपने नेताओं के बयान का बचाव कर रही है, वहीं बीजेपी इसे सिर्फ हताशा का प्रतीक मानते हुए इस पर तीखा हमला कर रही है. दोनों पार्टियों के बीच यह जुबानी जंग चुनावी प्रचार के दौरान और भी तेज हो सकती है, खासकर तब जब मुद्दे इतना संवेदनशील हो. इस बयान ने न केवल पार्टी के नेताओं को बल्कि आम जनता को भी इस विवाद में उलझा दिया है.
इस बयान के राजनीतिक परिणाम क्या हो सकते हैं?
अब सवाल यह उठता है कि नाना पटोले के इस बयान का चुनावी परिणाम क्या होगा. जहां बीजेपी इसे कांग्रेस की निराशा का परिणाम मान रही है, वहीं कांग्रेस इसे अपनी बात रखने का तरीका मानती है. देखना यह होगा कि इस विवाद का असर आने वाले चुनावों में किस पार्टी को फायदा या नुकसान पहुंचाता है. राजनीतिक विश्लेषक यह मानते हैं कि चुनावी माहौल में इस तरह के बयान केवल सियासी तापमान को और बढ़ा सकते हैं, जिससे मतदाता के फैसले पर भी असर पड़ सकता है.


