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पंजाब के युवा आए दिन लिख रहे सफलता की कहानी, सीएम भगवंत मान ने शिक्षा क्रांति को बताया बड़ी पहल

पंजाब के CM भगवंत मान ने शिक्षा क्रांति को युवाओं की सफलता का आधार बताया. जेईई एडवांस्ड पास 44 छात्रों को सम्मानित करते हुए उन्होंने शिक्षा सुधार, UPSC कोचिंग सेंटर और तकनीकी विकास की योजनाओं का उल्लेख किया. युवाओं को विनम्र और मेहनती बनने की प्रेरणा दी गई.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज यहां कहा कि शिक्षा क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई शिक्षा क्रांति पहल ने एक बार फिर राज्य को अग्रणी पंक्ति में स्थापित कर दिया है और पंजाब के युवा आए दिन सफलता का नया अध्याय लिख रहे हैं.

सरकारी स्कूलों के जेईई एडवांस्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 44 विद्यार्थियों के सम्मान के अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के विद्यार्थियों में सफल होने का एक अद्वितीय जज्बा है. उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा क्रांति ने युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के विद्यार्थी अब आए दिन सफलता की नई कहानियां लिखकर राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं.

विद्यार्थी अपनी काबिलियत का सबूत दे रहे

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि शिक्षा क्रांति का मुख्य उद्देश्य पंजाब को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी बनाना है. उन्होंने इस बात पर बहुत गर्व और संतुष्टि व्यक्त की कि इस पहल के शानदार परिणाम आ रहे हैं और राज्य के विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में अपनी काबिलियत का सबूत दे रहे हैं. भगवंत सिंह मान ने भरोसा दिलाया कि पंजाब युवाओं को और सशक्त बनाने के लिए शैक्षणिक सुधारों को लागू करना जारी रखेगा.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के कारण पंजाब एक तकनीकी हब बनने की राह पर है. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब उच्च-स्तरीय प्रौद्योगिकी कंपनियां पंजाब के युवाओं को भर्ती करने के लिए कतार में लगेंगी. भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि यह परिवर्तन पंजाब को नवीनता, तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा.

स्टूडेंट्स ने बड़ी मुश्किलों को पार किया

विद्यार्थियों के दृढ़ इरादे की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त करने के लिए बड़ी मुश्किलों को पार किया है. उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उदाहरण दिया, जो कड़ी मेहनत से यह परीक्षा उत्तीर्ण करके युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बने थे. भगवंत सिंह मान ने पंजाब को मेडिकल शिक्षा के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए चल रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला.

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को लाभ पहुंचाने और मेडिकल के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं. उन्होंने घोषणा की कि विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षित करने के लिए पंजाब भर में आठ यूपीएससी कोचिंग सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं. भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि प्रत्येक केंद्र में एक पुस्तकालय, छात्रावास और गुणवत्तापूर्ण कोचिंग प्रदान करने के लिए अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

पेरासूट और ग्रासरूट का अंतर समझाया

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि ये केंद्र पंजाब के युवाओं को राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में अग्रणी रैंक हासिल करने के काबिल बनाने में मदद करेंगे. विद्यार्थियों को जमीन से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करते हुए भगवंत सिंह मान ने उन्हें "पैराशूटर" की बजाय "ग्रासरूटर" बनने के लिए प्रेरित किया और कहा कि जो लोग जमीन से उठते हैं वे चुनौतियों को जीतने और बड़ी ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए बेहतर ढंग से तैयार होते हैं. उन्होंने कहा कि पैराशूटर आसमान से आते हैं लेकिन अंत में जमीन पर गिरते हैं और दूसरी ओर "ग्रासरूटर" जमीन से उठते हैं और आसमान छूते हैं.

मुख्यमंत्री ने सरकार की भूमिका की तुलना हवाई अड्डे के रनवे से की और कहा कि जैसे रनवे हवाई जहाजों के लिए एक सुचारू उड़ान की सुविधा देता है और इसी तरह राज्य सरकार हमारे युवाओं को अपने सपने साकार करने के योग्य बना रही है. भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि युवाओं की इच्छाओं/ख़्वाहिशों को पंख देने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है और इस मिशन में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही.

कभी अहंकारी नहीं बनना

मुख्यमंत्री ने युवाओं को बड़ी उपलब्धियां हासिल करके भी विनम्र रहने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि हमेशा आत्मविश्वास से भरे और सकारात्मक रहो, लेकिन कभी भी अहंकारी न बनो. उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि विनम्रता और कड़ी मेहनत निरंतर सफलता की चाबियां हैं.

इससे पहले शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और उन विद्यार्थियों को बधाई दी, जिन्होंने महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करने के बावजूद परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले सरकारी स्कूलों के 260 विद्यार्थियों ने जेईई मेन्स परीक्षा उत्तीर्ण की थी, जो सरकार की शैक्षणिक पहलों के लगातार सफल परिणामों को उजागर करता है.

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05 June 2025, 08:39 PM IST

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