ये बैठक नहीं, संकल्प है!” बिहार चुनाव से पहले BJP का शक्ति प्रदर्शन, राजनाथ बोले– हम हैं भरोसे की पार्टी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पटना में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को पटना में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने और पार्टी के संकल्प को दोहराने पर ज़ोर दिया.
भाजपा कोई साधारण पार्टी नहीं: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में कहा कि देश के इतिहास में कई बार नेताओं की कथनी और करनी में फर्क के कारण जनता का विश्वास डगमगाया है. लेकिन भाजपा ने इस अविश्वास को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और अपने कार्यों के माध्यम से जनता का भरोसा फिर से कायम किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा कोई साधारण पार्टी नहीं है. अगर किसी दल ने जनता का खोया हुआ विश्वास दोबारा हासिल किया है, तो वह भारतीय जनता पार्टी है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने चुनावी वादों को केवल घोषणा तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्हें जमीन पर उतारा है.
रक्षा मंत्री ने बिहार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को भी रेखांकित किया. उन्होंने बताया कि हाल ही में हुई शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में नालंदा विश्वविद्यालय की छवि को बैठक की पृष्ठभूमि के रूप में दिखाया गया, जो बिहार की बौद्धिक विरासत को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि बिहार, भारत और चीन की संस्कृतियों के बीच एक सेतु का कार्य करता है. इस अवसर पर उन्होंने अपने चीनी समकक्ष को मधुबनी कला की 'ट्री ऑफ लाइफ' पेंटिंग भेंट की थी.
बिहार को आगे ले जाने का संकल्प
उन्होंने पटना को ‘ज्ञानियों की भूमि’ बताते हुए कहा कि यह वही भूमि है जहां से सम्राट अशोक ने धम्म का संदेश दिया, चाणक्य ने राजनीति का मार्गदर्शन किया और आर्यभट्ट ने गणित और खगोल विज्ञान में भारत को वैश्विक पहचान दिलाई. राजनाथ सिंह ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे बिहार के इसी स्वर्णिम इतिहास से प्रेरणा लें और आने वाले चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पार्टी की बैठक नहीं है, यह संकल्प है बिहार को आगे ले जाने का, भारत को और सशक्त बनाने का. आप सभी साधारण कार्यकर्ता नहीं, बल्कि स्वर्णिम बिहार के निर्माता हैं.
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में संभावित हैं. पिछले वर्षों में राज्य की राजनीति में कई उलटफेर हुए हैं. 2020 में भाजपा-जेडीयू गठबंधन की सरकार बनी. 2022 में नीतीश कुमार ने राजद से गठबंधन कर सरकार बनाई और फिर 2024 में भाजपा के साथ मिलकर एक बार फिर सत्ता में लौटे. आगामी चुनाव में यह गठबंधन एक बार फिर अपनी स्थिति मजबूत करने की तैयारी में जुटा है.


