'उसने हत्या के बाद राज को दोषी ठहराया...', राजा रघुवंशी मामले में सोनम के भाई का चौंकाने वाला खुलासा
राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद ने दावा किया कि सिर्फ दो मिनट की बातचीत में ही वो समझ गया था कि सोनम हत्या में शामिल है. उन्होंने सोनम को समाज से मृत मानते हुए उसके लिए फांसी की सजा की मांग की है.

Raja Raghuvanshi murder case: राजा रघुवंशी हत्याकांड में नया मोड़ तब आया जब मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद ने चौंकाने वाला खुलासा किया. गोविंद का कहना है कि उसने सिर्फ दो मिनट की मुलाकात में ही जान लिया था कि उसकी बहन सोनम इस खौफनाक साजिश में शामिल है. इस बातचीत में गोविंद ने सोनम के हावभाव, जवाबों और झूठी कहानी को लेकर जो बातें बताई, वो पूरे मामले को और गहराई से उजागर करती हैं. गोविंद ने साफ शब्दों में कहा कि उसकी नजरों में अब सोनम मर चुकी है और वो उसके लिए मृत समान है. उन्होंने ये भी मांग की है कि सोनम को फांसी की सजा दी जाए.
'सोनम झूठ बोल रही है'
गोविंद बताते हैं कि जब मैंने सोनम से बात की, तो वो मेरी आंखों में आंखें नहीं मिला पाई. उसने बार-बार राज और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया, खुद को अगवा बताकर इंदौर लाए जाने की कहानी गढ़ी. लेकिन उसकी बातें झूठी और बेमेल थीं. मैं समझ गया कि वो पूरी तरह दोषी है. गोविंद ने कहा कि हमने उसे समाजिक रूप से मृत घोषित कर दिया है. हम चाहते हैं कि उसे फांसी दी जाए. राजा जी के परिवार का दर्द हमारी समझ में है और हम उनसे दिल से माफी मांगते हैं. शादी की जल्दी को लेकर गोविंद ने स्पष्ट किया कि हमारी ओर से कोई जल्दबाजी नहीं थी. दोनों परिवारों की सहमति से मई में शादी की तारीख तय की गई थी.
रिश्ता कैसे तय हुआ?
गोविंद ने बताया कि हमने रघुवंशी समाज के एक एप पर प्रोफाइल बनाया था. दिसंबर में बात शुरू हुई, जनवरी में मुलाकात और फरवरी में रोका हो गया. ये एक पारंपरिक और सुविचारित रिश्ता था. गोविंद के अनुसार, वो जिद्दी थी. अगर कुछ ठान लेती थी, तो पीछे नहीं हटती. लगभग 70% मामलों में उसकी ही चलती थी.
क्या सोनम ने अफेयर के बारे में बताया था?
गोविंद कहते हैं कि अगर उसे बताना होता, तो हम यहां तक नहीं पहुंचते. तीन सालों में हमें ऐसा कोई संकेत नहीं मिला. राज हमेशा उसे ‘दीदी’ कहता था. मेरे पास कई रिकॉर्डिंग्स हैं जिसमें यही सुनाई देता है. राज में इतनी समझ नहीं थी कि वो सोनम का माइंड कंट्रोल कर सके. लेकिन इतनी बड़ी योजना बिना सोच-समझ के नहीं बनी होगी. गोविंद ने कहा कि अगर वो हत्या कर सकती है, तो इंदौर में 26 मई से 7 जून तक रहना उसके लिए मुश्किल नहीं था. ऐसा अपराध करने के बाद भी वो सामान्य रूप से रह रही थी.
नार्को टेस्ट की मांग क्यों?
गोविंद ने बताया कि मुझे अब भी इस साजिश की पूरी तस्वीर नहीं समझ आ रही. नार्को टेस्ट से सच्चाई सामने आएगी और आगे ऐसी घटनाओं से बचा जा सकेगा. गोविंद ने स्पष्ट किया कि सोनम कस्टमर हैंडलिंग करती थी, खासकर साउथ रीजन के लिए. राज डिलीवरी और वेयरहाउस का काम देखता था. दोनों का कामकाजी क्षेत्र अलग-अलग था.
गोविंद ने दो टूक कहा कि हम रघुवंशी परंपराओं को मानते हैं. सोनम हमारे लिए मर चुकी है, इसलिए दोबारा मुलाकात का कोई सवाल नहीं उठता.


