सॉरी पापा...मैं हार गया हूं, प्लीज मुझे माफ कर देना, ग्रेटर नोएडा में MCA छात्र ने की आत्महत्या
ग्रेटर नोएडा के क्राउन हॉस्टल में एमसीए छात्र कृष्णकांत (25) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में उसने हार मानने और परिवार से माफी मांगने की बात कही. कारण स्पष्ट नहीं, पुलिस मामले की जांच कर रही है.

नोएडाः ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के क्राउन हॉस्टल में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब एमसीए सेकंड ईयर का छात्र कृष्णकांत (25) ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है. इस मामले में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है.
हॉस्टल में मिली दर्दनाक स्थिति
पुलिस के अनुसार, सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और क्राउन हॉस्टल के तीसरे फ्लोर के कमरे नंबर 79 में मृतक छात्र को फांसी पर लटका पाया. कृष्णकांत झारखंड का रहने वाला था और उसने छत में लगे पंखे के हुक में अंगोछा डालकर आत्महत्या की. पुलिस का कहना है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे छात्रों ने धक्का मारकर कुंडी तोड़कर खोला और शव को नीचे उतारा.
पिता ने दोस्त को चेतावनी दी
जानकारी के अनुसार, कृष्णकांत और उसका रूममेट ऋतिक एक ही कमरे में रहते थे. शनिवार सुबह कृष्णकांत कॉलेज नहीं गया और उसने ऋतिक से बाद में आने को कहा. दोपहर में, उसके पिता ने ऋतिक को फोन कर बताया कि कृष्णकांत कुछ करने वाला है. ऋतिक ने तुरंत हॉस्टल में रहने वाले अन्य दोस्तों को कॉल किया, लेकिन जब वे पहुंचे तो बहुत देर हो चुकी थी.
सुसाइड नोट से खुला दर्द
पुलिस ने बताया कि कृष्णकांत ने आत्महत्या से पहले एक छोटा सा सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने अंग्रेजी में लिखा, “मैं हार गया हूं, अपना शरीर और अपनी चीजें अपने परिवार को देता हूं, प्लीज परेशानी के लिए माफ करें.” यह संदेश उसके मानसिक संघर्ष और निराशा को स्पष्ट रूप से दर्शाता है.
मित्रों ने बताई परेशानी की वजह
ऋतिक ने बताया कि कृष्णकांत को सिर में कोई शारीरिक समस्या थी, जिससे वह लंबे समय तक पढ़ाई करने के बाद परेशान रहता था और सिर झुका रहता था. इसके बावजूद वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था और अपने कोर्स में मेहनती छात्र माना जाता था.
आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं
अभी तक पुलिस ने आत्महत्या की सटीक वजह का खुलासा नहीं किया है. हालांकि, यह पता चला है कि कृष्णकांत ने अंतिम समय में अपने परिजनों से भी फोन पर बातचीत की थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह देखने की कोशिश कर रही है कि क्या मानसिक दबाव, स्वास्थ्य समस्याएं या अन्य कारण आत्महत्या के पीछे थे.


