BITS पिलानी गोवा कैंपस में मिला छात्र का शव, 10 महीनों में पांचवां मामला
गोवा के बीआईटीएस पिलानी कैंपस में एक छात्र की मौत का मामला सामने आ रहा है. बेंगलुरु का ऋषि नायर का शव उसके हॉस्टल कमरे में पाया गया है. पिछले 10 महीनों में यह पांचवां ऐसा मामला है.

BITS Pilani Goa: गोवा के बीआईटीएस पिलानी कैंपस से एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है. बेंगलुरु के रहने वाले दूसरे वर्ष के छात्र ऋषि नायर का शव गुरुवार को उनके हॉस्टल कमरे में पाया गया. अधिकारियों ने बताया कि जब उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया तो सुबह करीब 10:45 बजे कमरे का दरवाज़ा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया, जहां छात्र बिस्तर पर निश्चल अवस्था में पड़ा मिला. मौत के सही कारण का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है.
अधिकारियों के मुताबिक, "ऋषि नायर को उनके हॉस्टल कमरे में मृत अवस्था में पाया गया. जब उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया तो कॉलेज प्रशासन ने दरवाजा खुलवाया और छात्र को बिस्तर पर पाया गया. मौत का कारण अभी पता लगाया जा रहा है."
10 महीनों में पांचवां मामला
गौरतलब है कि पिछले 10 महीनों में यह कैंपस में पांचवीं मौत है. दिसंबर 2024 से अब तक ओम प्रियान सिंह, अथर्व देसाई, कृष्णा केसरा और कुशाग्र जैन की मौत के मामले भी सामने आ चुके हैं. इनमें से कम से कम तीन घटनाओं को आधिकारिक तौर पर आत्महत्या करार दिया गया था, जबकि एक मामला संदिग्ध परिस्थितियों में दर्ज किया गया था.
पूर्व में दर्ज मामले
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दिसंबर 2024 में ओम प्रियान सिंह
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मार्च 2025 में अथर्व देसाई
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मई 2025 में कृष्णा केसरा
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अगस्त 2025 में कुशाग्र जैन
इनमें से तीन मामलों को आत्महत्या के रूप में दर्ज किया गया. अगस्त में हुई एक और मौत की जांच में ड्रग्स सेवन की आशंका को नकार दिया गया और बाद में इसे ब्लड प्रेशर की दवाओं की जटिलताओं से जुड़ा माना गया.
सीएम सावंत ने जताई चिंता
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा, "ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और दोबारा नहीं होनी चाहिए. ज़िला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है. रिपोर्ट आने के बाद आगे के कदम उठाए जाएंगे."
बढ़ते तनाव और मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
लगातार हो रही मौतों ने छात्रों और अभिभावकों के बीच तनाव और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. ज्यादातर घटनाएं परीक्षा के दौरान हुईं, जिससे परिवार और छात्र प्रशासन पर शैक्षणिक दबाव, उचित काउंसलिंग की कमी और अपर्याप्त सुविधाओं का आरोप लगा रहे हैं.
पिछले कुछ आत्महत्या के मामलों के बाद तत्कालीन राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. इसके जवाब में बीआईटीएस पिलानी प्रशासन ने पाठ्यक्रम में सुधार, स्ट्रेस मैनेजमेंट कोर्स, 24x7 हेल्पलाइन और पीयर-सपोर्ट प्रोग्राम शुरू किए थे. हालांकि, हालिया घटनाएं इन प्रयासों पर सवाल खड़े कर रही हैं.


