ताजमहल को RDX से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा एजेंसियां हुईं अलर्ट; तीन घंटे चली तलाशी
ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं और तीन घंटे तक तलाशी अभियान चला. धमकी फर्जी निकली लेकिन अब भी सुरक्षा सख्त है. पूरा मामला जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर जो आपके होश उड़ाने वाली है!

Taj Mahal Threatened: देश की शान, ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से राजधानी समेत देशभर की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं. शनिवार सुबह केरल से भेजे गए एक फर्जी ईमेल में बताया गया था कि दोपहर 3:30 बजे ताजमहल को RDX से उड़ाया जाएगा. जैसे ही यह खबर मिली तो केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), ताज सुरक्षा पुलिस, बम निरोधक दस्ते और अन्य संबंधित विभागों ने ताजमहल परिसर में तीन घंटे तक सघन तलाशी अभियान चलाया.
फर्जी ईमेल से मची हड़कंप
धमकी भरा ईमेल 'सव्वाकू शंकर' नाम के शख्स की ईमेल आईडी से दिल्ली पुलिस, यूपी टूरिज्म विभाग और अन्य अधिकारियों को भेजा गया था. हालांकि जांच में यह ईमेल हाक्स (फर्जी) निकला. साइबर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू हो गई है. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ये धमकियां देश के कई हिस्सों से आई हैं और साइबर सेल इसे लेकर पूरी तरह सतर्क है.
सुरक्षा व्यवस्था सख्त, पर्यटक रहे सुरक्षित
धमकी मिलने के बाद ताजमहल के पूर्वी-पश्चिमी द्वारों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई. पर्यटकों को पेन जैसे छोटे सामान भी लेकर अंदर नहीं जाने दिया गया. सीसीटीवी कैमरों से पूरे परिसर की निगरानी की गई. सुरक्षा बलों ने मुख्य गुंबद, मस्जिद, बागान, चमेली फर्श, दालान हर जगह ध्यान से तलाशी ली, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली.
डरने की कोई बात नहीं, इसे बताया गया मॉक ड्रिल
ताज सुरक्षा के एसीपी सैयद अरीब अहमद ने कहा कि पर्यटकों में डर न फैले इसलिए तलाशी अभियान को मॉक ड्रिल बताया गया है. फिलहाल ताजमहल पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हैं और किसी भी संभावित खतरे को रोकने के लिए तैयार हैं.
ताजमहल की सुरक्षा के लिए सतर्कता जरूरी
देश की विश्व धरोहर ताजमहल पर इस तरह की धमकी से सभी विभागों ने सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी है. ऐसे हालात में यह जरूरी हो जाता है कि सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहें और फर्जी खतरे के बावजूद पर्यटकों को शांत और सुरक्षित माहौल दिया जाए. ताजमहल को लेकर इस तरह की धमकियों से देशवासियों और पर्यटकों की चिंता स्वाभाविक है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता ने साबित कर दिया है कि देश की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा.


