बिहार में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? सर्वे में तेजस्वी आगे, पीके-चिराग ने पकड़ी रफ्तार
बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. चुनावी हलचल के बीच सी-वोटर ने राज्य में अगले मुख्यमंत्री के पसंदीदा चेहरे को लेकर चार चरणों में सर्वे किया है. इन सभी सर्वे में तेजस्वी यादव जनता की पहली पसंद के रूप में लगातार शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं. इसकी शुरुआत इस नवंबर में होने जा रही है. चुनावी माहौल पहले से ही गर्मा गया है, जिसमें सत्ताधारी NDA गठबंधन तेजस्वी यादव को लालू–राबड़ी राज का पर्याय बताते हुए खारिज करने की कोशिश कर रहा है. दूसरी ओर, तेजस्वी ने पिछले 20 वर्षों से चले आ रहे नीतीश सरकार को निशाने पर रखा. साथ ही राज्य में बेरोज़गारी, अपराध और मुख्यमंत्री की उम्र जैसे मुद्दों को उठाकर महागठबंधन आधारित नई सरकार के गठन की बात कर रहे हैं.
इसके अलावा, राजनीतिक परिदृश्य में नए चेहरे प्रशांत किशोर भी उभर रहे हैं, जो अपनी पार्टी जनसुराज के माध्यम से एक नए विकल्प के रूप में उभर रहे हैं. इसी बीच, सी वोटर ने जून के तीसरे सप्ताह में बिहार में मुख्यमंत्री चेहरे पर सर्वेक्षण किया है. फरवरी, अप्रैल और जून के पहले सप्ताह में भी ऐसे सर्वे हो चुके हैं, जो चार महीने से बिहार की सार्वजनिक धारणा में हो रहे बदलाव को दर्शाते हैं. खासकर, चिराग पासवान और प्रशांत किशोर ने इस अवधि में लोकप्रियता में शानदार वृद्धि दर्ज की है.
सर्वे में क्या सामने आया?
रिपोर्ट के मुताबिक, जून के तीसरे सप्ताह में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे आगे रहे, जिन्होंने 34.6% वोट प्राप्त किए. दूसरी पसंद प्रशांत किशोर रहे, जिन्हें 18.4% लोगों ने चुना. मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मात्र 17.4% समर्थन के साथ तीसरे नंबर पर रहे. चौथे स्थान पर चिराग पासवान 9.9% मतों के साथ रहे. वहीं, भाजपा के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को 9.6% मत मिले.
नीतीश कुमार की लोकप्रियता में उतार-चढ़ाव
नीतीश की तस्वीर थोड़ी अस्थिर दिखती है. फरवरी में उन्हें 18.4% समर्थन मिला, जो अप्रैल में घटकर 15.4% हो गई. जून के पहले सप्ताह में यह फिर बढ़कर 18.4% पहुंचा, लेकिन तीसरे सप्ताह में यह गिरकर 17.4% हो गया.
तेजस्वी यादव की पकड़
तेजस्वी चारों सर्वे में शीर्ष पर बने रहे. फरवरी में उनके समर्थकों का प्रतिशत 40.6% था, जो अप्रैल में 35.5%, जून के पहले सप्ताह में 36.9% और जून के तीसरे सप्ताह में गिरकर 34.6% रह गया है. यह संकेत देता है कि उनकी लोकप्रियता में करीब 6% की गिरावट हुई है.
प्रशांत किशोर: नया विकल्प
प्रशांत किशोर ने चुनावी आंकड़ों में अच्छी छलांग लगाई है. फरवरी में उनका समर्थन 14.9% था, जो अप्रैल में 17.2%, जून के पहले सप्ताह में 16.4% और तीसरे सप्ताह में बढ़कर 18.4% हो गया.
चिराग पासवान की प्रगति
चिराग पासवान का ग्राफ भी मजबूती दिखाता है. फरवरी में उनका समर्थन मात्र 3.7% था, जो अप्रैल में 5.8%, जून पहले सप्ताह में 10.6% और अब गिरकर 9.9% हो गया.
सम्राट चौधरी का ग्राफ
सम्राट चौधरी का प्रदर्शन अस्थिर रहा. फरवरी में 8.2%, अप्रैल में 12.5%, जून पहले सप्ताह में 6.6% और तीसरे सप्ताह में 9.6%.


