'रुदाली’ बना उद्धव का भाषण? फडणवीस बोले- ये सत्ता से बेदखली का है मातम!
देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को मुंबई में हुई ठाकरे भाइयों की साझा रैली पर तीखा हमला बोला. उन्होंने इस रैली को ‘विजय उत्सव’ नहीं बल्कि ‘राजनीतिक शोक सभा’ करार दिया.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को मुंबई में हुई ठाकरे भाइयों की साझा रैली पर तीखा हमला बोला. उन्होंने इस रैली को ‘विजय उत्सव’ नहीं बल्कि ‘राजनीतिक शोक सभा’ करार दिया. फडणवीस ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के भाषण को 'रुदाली' की उपमा दी, जो राजस्थान की एक परंपरा में शोक व्यक्त करने वाली महिलाओं को कहा जाता है.
फडणवीस का तीखा वार
उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना फडणवीस ने कहा कि भाषण में मराठी भाषा का जिक्र तक नहीं हुआ, बल्कि सारा जोर इस बात पर रहा कि कैसे उनकी सरकार गिरी और वे सत्ता में लौटना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह विजय रैली नहीं थी, बल्कि सत्ता से बाहर होने का विलाप था.
यह टिप्पणी तब आई जब राज ठाकरे ने फडणवीस को व्यंग्य में यह श्रेय दिया कि उन्हीं की वजह से ठाकरे भाई एक मंच पर आ सके. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि राज ठाकरे को धन्यवाद, जिन्होंने भाइयों को मिलवाने का श्रेय मुझे दिया. शायद मुझे बालासाहेब ठाकरे का आशीर्वाद मिला है.
ठाकरे भाइयों की यह रैली राज्य सरकार द्वारा स्कूलों में कक्षा 1 से हिंदी पढ़ाने के विवादित निर्णय को वापस लेने के फैसले के बाद बुलाई गई थी. फडणवीस ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) पिछले 25 सालों तक मुंबई के नगर निकाय में रही, फिर भी शहर का वास्तविक विकास नहीं कर पाई. इसके विपरीत, मोदी सरकार ने मराठी जनता को बीडीडी चाल, पात्रा चाल और अभ्युदय नगर में उनके हक के मकान दिए हैं, जिससे विरोधियों में ईर्ष्या है.
फडणवीस का ठाकरे परिवार पर आरोप
उन्होंने ठाकरे परिवार पर मराठी अस्मिता की बात न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम मराठी हैं और हमें उस पर गर्व है. हम हिंदुत्ववादी हैं और अपने धर्म पर भी गर्व करते हैं. मुंबई की मराठी हो या गैर-मराठी जनता, सभी हमारे साथ हैं.