नेकबैंड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सावधान रहें! कॉल करते समय अचानक हुआ ब्लास्ट, युवक की मौके पर गई जान
लखनऊ में एक दुखद हादसा हुआ जब 27 साल के युवक आशीष की मौत नेकबैंड फटने से हुई. वहीं, मड़ियांव में एक अन्य युवक गोलू की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई, क्योंकि वह कान में इयरफोन लगाए हुए था. पुलिस दोनों घटनाओं की जांच कर रही है, ताकि घटनाओं के कारणों का पता चल सके.

लखनऊ के इंदिरानगर सेक्टर-17 में एक दुखद घटना में 27 साल के युवक आशीष की मौत हो गई. यह घटना संदिग्ध परिस्थितियों में हुई, जब मृतक छत पर नेकबैंड के जरिए कॉल पर था. अचानक उसके गले से लटकते नेकबैंड के फटने से वो गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है. ये हादसा एक बार फिर बता रहा है कि अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी कितनी जरूरी है.
ट्रेन से कटकर एक अन्य युवक की मौत
मड़ियांव इलाके में भी एक युवक की मौत हुई, जब वह कान में इयरफोन लगाए रेलवे ट्रैक पार कर रहा था. गोलू (25), जो कानपुर के अर्मापुर का निवासी था, मड़ियांव में किराए पर रह रहा था. सोमवार शाम को वह खाना खाने के बाद टहलने निकला. जैसे ही वह ताड़ीखाना मड़ियांव रेलवे लाइन को पार कर रहा था, अचानक ट्रेन आई और इयरफोन की वजह से गोलू उसकी आवाज नहीं सुन सका. ट्रेन की चपेट में आने से उसे गंभीर चोटें आई और इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. गोलू की पत्नी रीतू और परिवारजन शव को लेकर कानपुर वापस लौट गए.
संदिग्ध मौत की जांच में पुलिस जुटी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पहले मामले में, जहां नेकबैंड फटने से युवक की मौत हुई, उसकी जांच जारी है. आशीष के भाई दीपक ने बताया कि घटना के समय आशीष छत पर कॉल पर था, तभी अचानक कुछ गिरने की आवाज आई और आशीष को चोटें आई. पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि ये घटना किस कारण हुई.
दूसरी घटना में ट्रेन की चपेट में आए युवक के मामले में भी पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार को सौंप दिया है और रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा उपायों को लेकर जांच कर रही है. पुलिस ने ये भी बताया कि गोलू के कान में इयरफोन होने की वजह से वो ट्रेन का हॉर्न नहीं सुन सका, जो इस घटना का कारण बना.