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तेज प्रताप यादव की बढ़ी मुश्किलें, पुलिस स्टिकर लगी गाड़ी के इस्तेमाल पर हुआ एक्शन

भोजपुर में तेजप्रताप यादव की रैली में पुलिस लोगो और चेतावनी लाइट लगी निजी बोलेरो गाड़ी उपयोग का विवाद हुआ. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर गाड़ी जब्त की कार्रवाई शुरू की. राजनीतिक दलों ने इसे चुनाव नियमों का उल्लंघन बताया. जांच जारी है और कड़ी कार्रवाई की जा रही है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

Tej Pratap Yadav rally: बिहार के भोजपुर जिले से एक बड़ा विवाद सामने आया है, जहां जनशक्ति जनता दल के नेता और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव की चुनावी रैली के दौरान एक गाड़ी पर पुलिस का लोगो और चेतावनी लाइट लगी मिली. यह मामला तब उजागर हुआ जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें “POLICE” का स्टिकर और चेतावनी लाइट लगी बोलेरो गाड़ी तेजप्रताप की रैली में शामिल नजर आई. इस गाड़ी का नंबर BR03AR1820 है और जांच में पता चला कि यह निजी वाहन है, जिसका मालिक प्रमोद कुमार यादव है, जो लसाडी, थाना अगियांव, भोजपुर का निवासी है.

प्रशासन की कड़ी कार्रवाई

भोजपुर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बताया कि निजी वाहन पर पुलिस का लोगो और चेतावनी लाइट लगाना गैरकानूनी है और इसे संज्ञेय अपराध माना जाता है. इस संबंध में 18 अक्टूबर को प्रमोद कुमार यादव और अज्ञात चालक के खिलाफ धारा 171, 174, 347(1), 347(2), 348 BNS 2023 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही, पुलिस ने उक्त बोलेरो गाड़ी को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

तेजप्रताप यादव की रैली से जुड़ा मामला

यह विवाद तेजप्रताप यादव के महुआ विधानसभा क्षेत्र में नामांकन कार्यक्रम के दौरान सामने आया. उस समय पुलिस गाड़ी द्वारा तेजप्रताप यादव के समर्थकों को स्कॉर्ट किया जा रहा था. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाया गया कि पुलिस गाड़ी पर तेजप्रताप यादव के समर्थक सवार थे. महुआ के अंचलाधिकारी मणि कुमार वर्मा ने इस मामले को गंभीर मानते हुए महुआ थाना में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज कराया है.

सोशल मीडिया पर विवाद

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो ने राजनीतिक हलकों में गर्माहट ला दी है. विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि चुनावी रैलियों के दौरान इस तरह की गाड़ियों का इस्तेमाल निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करता है. वहीं, प्रशासन ने कहा है कि इस प्रकार की किसी भी गैरकानूनी कार्रवाई पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

भाजपा और अन्य दलों की प्रतिक्रिया

भाजपा सहित अन्य राजनीतिक पार्टियों ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे चुनावी नियमों का उल्लंघन बताया है. उनका कहना है कि पुलिस के प्रतीक चिन्हों का गलत इस्तेमाल लोकतंत्र के लिए खतरा है और इसे पूरी तरह से रोका जाना चाहिए. तेजप्रताप यादव के समर्थकों ने इसे राजनीति से प्रेरित प्रयास करार दिया है.

आगे की कार्रवाई 

भोजपुर पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं. पुलिस ने कहा है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और स्वच्छ बनी रहे. इस मामले की जांच के दौरान और जानकारी सामने आने की संभावना है.

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20 October 2025, 09:40 AM IST

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