दिवाली के बाद सोने के दामों का क्या होगा हाल, कीमतें गिरेंगी या फिर आएगी तेजी?
त्योहारी सीजन के बाद सोने की कीमतों में गिरावट की संभावना जताई गई है, क्योंकि फिजिकल डिमांड में कमी आ सकती है. वैश्विक आर्थिक संकेतकों और अमेरिकी नीति पर निवेशकों की नजर है. हालांकि, मौजूदा अनिश्चितता के चलते लंबी अवधि में सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है.

Gold price forecast: अगले सप्ताह सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है. बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि हालिया रिकॉर्ड बढ़त के बाद अब सोने में मुनाफावसूली का दौर शुरू हो सकता है. त्योहारी सीजन की समाप्ति के बाद घरेलू बाजार में फिजिकल डिमांड यानी वास्तविक खरीदारी में सुस्ती आ सकती है, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है.
वैश्विक संकेतकों पर टिकी रहेगी बाजार की निगाह
सोने में आई अब तक की तेजी मौलिक तथ्यों पर आधारित थी, जिनका बाजार पहले ही मूल्यांकन कर चुका है. ऐसे में अब इसमें थोड़ी ‘स्वस्थ गिरावट’ देखने को मिल सकती है. कारोबारी इस सप्ताह अमेरिका, चीन और यूरोप से आने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर नजर बनाए रखेंगे. इनमें चीन की आर्थिक रिपोर्ट, ब्रिटेन की महंगाई दर, अमेरिका का कंज्यूमर कॉन्फिडेंस इंडेक्स, विभिन्न देशों के पीएमआई डेटा और फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियां शामिल हैं.
क्या बनी रहेगी तेजी?
भारत में त्योहारी मांग और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की ओर से मजबूत खरीदारी ने सोने की कीमतों को सहारा दिया है. बीते सप्ताह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के वायदा भाव में 5,644 रुपये यानी लगभग 4.65% की बढ़ोतरी हुई थी. मौजूदा वैश्विक स्थितियों को देखते हुए सोने की तेजी अभी थमने वाली नहीं है. अमेरिका में नीतिगत अनिश्चितता, आयात शुल्क और आर्थिक सुस्ती के चलते 2025 तक सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है.
धनतेरस पर रहा सोना थोड़ा सस्ता
धनतेरस के अवसर पर सोने की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई. MCX पर दिसंबर डिलीवरी वाला सोना शुक्रवार को ₹1,32,294 प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंचा, लेकिन बाद में इसमें गिरावट आई और यह ₹1,27,008 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. दिल्ली के सर्राफा बाजार में भी धनतेरस के दिन सोना ₹2,400 की गिरावट के साथ ₹1,32,400 प्रति 10 ग्राम पर बिकता देखा गया. हालांकि, कीमतों में यह गिरावट भी खरीदारों की भावना को नहीं रोक सकी और देशभर में लोगों ने इस शुभ दिन पर भारी संख्या में गहनों की खरीदारी की.
त्योहारी उत्सव के बाद अब बाजार का फोकस अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संकेतकों और निवेशकों की रणनीतियों पर रहेगा. यदि वैश्विक माहौल अस्थिर रहा, तो सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है. फिलहाल, निवेशकों को सतर्कता से कदम उठाने की सलाह दी जा रही है.


