पंजाब के अमृतसर में दो पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार, लीक कर रहे थे सेना की खुफिया जानकारी

अमृतसर में पंजाब पुलिस ने दो पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार कर भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी लीक करने की साजिश का भंडाफोड़ किया है. जांच में ISI कनेक्शन और बड़े नेटवर्क के संकेत मिले हैं.

अमृतसर में पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षा एजेंसियों ने दो ऐसे जासूसों को गिरफ्तार किया है जो भारत की सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजने के आरोप में पकड़े गए हैं. ये दोनों आरोपी भारतीय सैन्य ठिकानों की फोटो और खुफिया सूचनाएं दुश्मन देश तक पहुंचा रहे थे.

गिरफ्तार किए गए इन जासूसों के तार पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े पाए गए हैं. पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि दोनों का नेटवर्क अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद एक पाक एजेंट के जरिए सक्रिय था.

अमृतसर में जासूसी कांड का पर्दाफाश

पंजाब पुलिस ने बताया कि 3 मई को अमृतसर ग्रामीण क्षेत्र से पलक शेर मसीह और सुरज मसीह नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इन्हें भारतीय सेना की छावनियों और एयरबेस से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां और तस्वीरें पाकिस्तान भेजने के आरोप में पकड़ा है. ये एक बड़ी जासूसी विरोधी कार्रवाई मानी जा रही है.

ISI एजेंट से जुड़े थे दोनों आरोपी

पुलिस की प्रारंभिक जांच में ये स्पष्ट हुआ है कि दोनों आरोपियों के संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े हुए थे. ये कनेक्शन हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी नामक एक एजेंट के जरिए बना, जो इस वक्त अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद है. सुरक्षा एजेंसियां इस नेटवर्क की तह तक जाने के लिए गहराई से पूछताछ कर रही हैं.

आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज

पंजाब पुलिस ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया है और दोनों आरोपियों के खिलाफ Official Secrets Act के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने बयान में कहा कि फिलहाल आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है. वहीं जांच होने पर और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की उम्मीद है.

पंजाब पुलिस का सख्त संदेश

इस मामले को लेकर पंजाब के डीजीपी की ओर से एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर एक आधिकारिक बयान भी जारी किया गया. उन्होंने लिखा- पंजाब पुलिस भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़ी है और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के अपने कर्तव्य में अडिग है. हमारे सशस्त्र बलों की सुरक्षा को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का दृढ़तापूर्वक और तत्काल जवाब दिया जाएगा.

जांच में हो सकते हैं और भी बड़े खुलासे

फिलहाल पुलिस और खुफिया एजेंसियां ये पता लगाने में जुटी हैं कि इन दोनों आरोपियों के संपर्क में और कौन-कौन शामिल था. ये भी देखा जा रहा है कि क्या ये जासूसी रैकेट सिर्फ अमृतसर तक सीमित था या फिर राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसकी जड़ें फैली हुई हैं. आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है.

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04 May 2025, 01:09 PM IST

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