चंद मिनटों में कुत्तों ने नोच-नोचकर कर मार डाला.. 'खेलते-खेलते मौत के मुंह में समा गई मासूम, कब जागेगा प्रशासन?'
बाराबंकी के हजरतपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई. छह साल की मासूम बच्ची खेल रही थी, तभी आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया. बच्ची को बुरी तरह नोच डाला गया, हालत इतनी गंभीर थी कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है, लोग अपने बच्चों को बाहर भेजने से डर रहे हैं. आखिर ऐसा कब तक चलेगा? प्रशासन कब जागेगा? पूरी खबर पढ़ें और जानें क्या हुआ उस मासूम के साथ…

UP News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक बेहद दर्दनाक घटना हुई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. महज छह साल की एक मासूम बच्ची, जो अपने घर के बाहर खेल रही थी, उस पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया. कुत्तों ने इतनी बर्बरता से बच्ची को नोच डाला कि उसकी जान चली गई. इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है और लोग प्रशासन से आवारा कुत्तों की समस्या का हल निकालने की गुहार लगा रहे हैं.
मासूम महक खेलते-खेलते बन गई शिकार
यह दर्दनाक घटना बाराबंकी के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के हजरतपुर गांव की है. छह साल की महक, जो सुनील कुमार गौतम की बेटी थी, रोज की तरह अपने घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रही थी. हंसी-खुशी खेल में मस्त मासूम को जरा भी अंदाजा नहीं था कि अगले ही पल उसके साथ क्या होने वाला है. खेलते-खेलते अचानक वहां कुछ आवारा कुत्ते आ गए. बाकी बच्चे डरकर भाग निकले, लेकिन महक को कुत्तों ने घेर लिया. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उन खूंखार कुत्तों ने बच्ची पर हमला कर दिया.
कुत्तों ने बेरहमी से नोच डाला, इलाज के दौरान तोड़ा दम
कुत्तों ने महक पर ऐसा हमला किया कि उसके शरीर के कई हिस्सों पर गहरे घाव हो गए. उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े और किसी तरह कुत्तों को भगाया. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
बुरी तरह घायल महक को फौरन जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत इतनी गंभीर थी कि डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया. डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कुत्तों के काटने से उसकी सांस नली कट गई थी. आखिरकार, इलाज के दौरान मासूम महक ने दम तोड़ दिया.
घर में मातम, गांव में खौफ
महक की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. घर के आंगन में जहां महक खेला करती थी, वहां अब सन्नाटा पसरा है. पूरा गांव सदमे में है और हर कोई यही कह रहा है कि यह हादसा नहीं, बल्कि प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुआ है.
गांववालों की मांग – आवारा कुत्तों पर हो सख्त कार्रवाईइस घटना के बाद पूरे हजरतपुर गांव में खौफ का
माहौल है. लोग अपने बच्चों को बाहर भेजने से डर रहे हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर तुरंत नियंत्रण किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी कोई और दर्दनाक घटना न हो.
सबक जो इस घटना ने दिया
यह हादसा सिर्फ एक गांव की समस्या नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है. आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनकी हिंसक प्रवृत्ति को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है. प्रशासन को चाहिए कि इस मसले को गंभीरता से ले और ठोस कदम उठाए, ताकि किसी और मासूम की जिंदगी यूं ही ना छिन जाए.


