खत्म हुआ मतदान...46 केंद्रों पर 14 नवंबर को होगी वोटों की गिनती, तीन लेयर में है सुरक्षा इंतजाम
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद अब मतगणना 14 नवंबर को राज्य के 46 केंद्रों पर होगी. सभी स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना स्थलों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है और उम्मीदवारों को भी उपस्थित रहने की अनुमति दी गई है.

बिहार : बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद अब वोटों की गिनती की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 14 नवंबर को राज्यभर के 46 मतगणना केंद्रों पर मतगणना का कार्य होगा. राजधानी पटना सहित सभी जिलों में प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है. मतगणना केंद्रों के समीप बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम (वज्रगृह) में तीन स्तर की सुरक्षा तैनात की गई है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न रहे.
CCTV के माध्यम से 24 घंटे निगरानी
प्रत्येक केंद्र पर अतिरिक्त बैकअप ग्रिड भी तैयार
सीईओ गुंजियाल ने बताया कि मतगणना से दो दिन पूर्व सभी जिलों में स्थित स्ट्रॉन्ग रूम की मुख्यालय से विशेष टीमों द्वारा जांच कराई गई. इस दौरान यह पाया गया कि एक केंद्र पर डिस्प्ले के तार हिलने से मुख्य कंट्रोल रूम में निगरानी बाधित हो रही थी, जिसे तुरंत ठीक कर लिया गया. साथ ही, सभी सीसीटीवी फुटेज उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को भी दिखाए गए ताकि पारदर्शिता बनी रहे. निगरानी को और सुदृढ़ करने के लिए प्रत्येक केंद्र पर एक अतिरिक्त बैकअप ग्रिड भी तैयार किया गया है.
शिकायतों का निपटारा और नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था
चुनाव आयोग के अनुसार, दोनों चरणों के मतदान के दौरान कुल 35 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 5 पहले चरण और 30 दूसरे चरण से संबंधित थीं. सभी शिकायतों का तुरंत निपटारा किया गया. इसके लिए राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम, जिला नियंत्रण कक्ष और निर्वाचन पदाधिकारियों के कार्यालयों में विशेष मॉनिटरिंग यूनिट्स बनाई गईं. इन यूनिट्स ने मतदाताओं और प्रत्याशियों की समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित किया.
मतगणना कर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
मतगणना प्रक्रिया को निष्पक्ष और व्यवधानमुक्त बनाए रखने के लिए कुल 1050 कर्मियों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह प्रशिक्षण दो चरणों में संपन्न हो रहा है पहला सत्र 10 नवंबर को आयोजित किया गया था और दूसरा 13 नवंबर को होगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम की देखरेख एसईओ अनिल कुमार पटेल कर रहे हैं, जबकि छह मास्टर ट्रेनर की टीम मतगणना कर्मियों को तकनीकी और प्रक्रिया संबंधी दिशा-निर्देश दे रही है ताकि 14 नवंबर को मतगणना कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके.
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की मतगणना को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा, पारदर्शिता और दक्षता तीनों स्तरों पर पूरी तैयारी कर ली है. कड़ी निगरानी, तकनीकी सुधार और प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वोटों की गिनती निष्पक्ष, सुरक्षित और व्यवधानरहित माहौल में पूरी हो.


