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Waqf Law Violence: मुर्शिदाबाद में पिता-पुत्र के हत्यारे को पुलिस ने दबोचा, बंगाल में 3 मौतों के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून संशोधन को लेकर हुए हिंसक विरोधों के दौरान पिता-पुत्र की जघन्य हत्या का मुख्य आरोपी फेकरूल शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने डोमजुर से गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी हिंसा के बाद से फरार आरोपी की खोज में पुलिस को मिली महत्वपूर्ण सफलता है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Waqf Law Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून को लेकर भड़की हिंसा के दौरान हुए पिता-पुत्र हत्याकांड के मुख्य आरोपी को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गिरफ्तार कर लिया है. इस हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई हिंदू परिवारों के घरों को भी निशाना बनाया गया था, जिसके बाद कई लोगों ने मालदा जिले में राहत शिविरों में शरण ली थी. गिरफ्तार किया गया आरोपी फेकरूल शेख, उर्फ मोहक, 24 वर्षीय युवक है जो घटना के बाद फरार था. STF ने उसे हावड़ा जिले के डोमजुर इलाके से धर दबोचा. 

पुलिस के मुताबिक, फेकरूल शेख मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज का रहने वाला है. STF सूत्रों के अनुसार, वह उन हमलावरों में शामिल था जिन्होंने धारदार हथियारों से पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला कर उनकी हत्या कर दी थी. घटना 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के जाफराबाद इलाके में हुई थी. हत्या के बाद फेकरूल फरार हो गया था और पहचान छिपाकर हावड़ा जिले के डोमजुर में मजदूरी करने लगा. पुलिस ने बताया कि अन्य गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान फेकरूल का नाम सामने आया, जिसके आधार पर STF ने डोमजुर में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. यह इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा की गई पांचवीं गिरफ्तारी है.

मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून का विरोध

हाल ही में वक्फ अधिनियम में किए गए संशोधनों के विरोध में पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में व्यापक हिंसा भड़क उठी थी. मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना जिलों में हुई हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई थी. हिंसा के दौरान हिंदू समुदाय के कई घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाएं भी हुईं, जिससे भयभीत होकर कई परिवारों को मालदा के राहत शिविरों में पलायन करना पड़ा.

अंतिम संस्कार के लिए नहीं पहुंचा पुजारी

11 अप्रैल को जाफराबाद इलाके में हरगोबिंद दास (70) और उनके बेटे चंदन दास (40) के शव कई जगह चाकू से गोदे हुए पाए गए थे. स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंसा के डर के चलते कोई भी पुजारी अंतिम संस्कार के लिए नहीं पहुंचा, जिससे परिजनों को खुद ही पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार करना पड़ा.

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27 April 2025, 02:43 PM IST

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