जब धड़ाम से गिर पड़ा होटल का टॉयलेट, जोरदार आवाज सुन बाहर आए लोग, फिर जो देखा... Video
मध्य प्रदेश के शाजापुर में महाराजा होटल की पहली मंजिल पर बना शौचालय अचानक गिर गया, जिससे नीचे खड़ी स्कूटी मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गई. गनीमत रही कि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ.

Madhya Pradesh news: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में बुधवार सुबह बड़ा हादसा टल गया. नईसड़क स्थित महाराजा होटल की पहली मंजिल पर बना शौचालय अचानक भरभराकर गिर पड़ा. हादसे के समय नीचे सड़क पर एक स्कूटी खड़ी थी, जो पूरी तरह मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गई. राहत की बात ये रही कि घटना के दौरान वहां कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
घटना की जोरदार आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. पूरा मामला होटल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया. इस हादसे ने होटल प्रबंधन और नगरपालिका की लापरवाही को एक बार फिर उजागर कर दिया है.
जर्जर हालत में होटल की इमारत
स्थानीय लोगों के मुताबिक, महाराजा होटल लंबे समय से जर्जर अवस्था में है. नरेन्द्र विश्वकर्मा नाम के निवासी ने बताया कि करीब 3 साल पहले होटल की टीन शेड छत हवा के तेज झोंकों में उड़कर सड़क पर गिर चुकी थी. इसके बावजूद होटल प्रबंधन ने कभी कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाए.
शाजापुर शहर की नई सड़क स्थित होटल महाराजा में बुधवार सुबह एक हादसा हुआ. होटल के प्रथम तल पर स्थित शौचालय अचानक गिर गया. pic.twitter.com/TEPFixCRtj
— Yashpal Singh Sengar यशपाल सिंह सेंगर (@YASHPALSINGH11) August 27, 2025
स्थानीय लोगों ने जताई चिंता
होटल के आसपास कई आवासीय मकान स्थित हैं. स्थानीय लोगों ने इस बात की चिंता जताई कि होटल के बाहर लगे एसी यूनिट्स और कमजोर निर्माण कभी भी गिरकर किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं. उन्होंने नगरपालिका प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया. इसके साथ ही कहा कि होटल का निर्माण अवैध है, जिसे तत्काल हटाया जाना चाहिए.
होटल प्रबंधन का पक्ष
होटल मैनेजर सौरभ गुप्ता ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. सड़क पर गिरे मलबे को हटाने की व्यवस्था की जा रही है. नगरपालिका की टीम भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही है.
प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस होटल को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. लोगों ने मांग की है कि नगरपालिका प्रशासन तुरंत हस्तक्षेप करे और ऐसे खतरनाक निर्माण को हटाकर संभावित हादसों को रोके.


