महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बनेंगे Shrikant Shinde? एकनाथ शिंदे ने कहा -'बात चल रही है..'
Maharashtra New Deputy CM: महाराष्ट्र में महायुक्ति की बंपर जीत के बाद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनने को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस पर चर्चा चल रही है लेकिन अभी तक कोई निर्णय अंतिम रूप नहीं लिया गया है.

Maharashtra New Deputy CM: महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद को लेकर कयासबाज़ी जारी है. इस बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा चल रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिंदे ने यह भी कहा कि लोगों द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान करना उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने व्यक्तिगत पदों को कम महत्व देते हुए महाराष्ट्र के विकास को केंद्र में रखने की बात दोहराई.
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "चर्चा अभी भी चल रही है और कई लोग अलग-अलग बातें कर रहे हैं. हमारी अमित शाह के साथ बैठक हुई है और मुंबई में मेरे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस के बीच एक और बैठक होगी. वहां विस्तार से चर्चा होगी और अंतिम निर्णय लिया जाएगा."
सरकार की उपलब्धियों पर जोर
शिंदे ने अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं, जैसे 'लड़की बहन योजना', पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हमने ऐसी योजनाएं लागू की हैं, जो पहले कभी नहीं हुई थीं. यह महाराष्ट्र के इतिहास में दर्ज होगा. हमने हर परिवार के सदस्य को हमारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया है."
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री करेंगे नेतृत्व का फैसला
मुख्यमंत्री पद पर पूछे गए सवालों पर शिंदे ने स्पष्ट किया कि इसका निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह करेंगे. उन्होंने कहा, "शिवसेना उनके फैसले का समर्थन करती है. मैंने पहले भी अपने रुख को स्पष्ट किया है."
महायुति की बड़ी जीत
महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटें जीतकर बड़ी सफलता हासिल की है. इसमें भाजपा 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि शिंदे सेना और अजित पवार की अगुआई वाली एनसीपी क्रमशः 57 और 41 सीटों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं.


