गेमिंग से रोबोटिक्स तक, मस्क के एआई मॉडल की ताकत का विस्तार
Elon Musk: एलन मस्क की कंपनी xAI 2026 तक विश्व मॉडल आधारित AI-जनरेटेड वीडियो गेम लॉन्च करने की तैयारी में है. यह तकनीक आगे चलकर रोबोटिक्स और ऑटोमेशन की दुनिया बदल सकती है.

Elon Musk: एलन मस्क की कंपनी xAI अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता के एक नए और महत्वाकांक्षी क्षेत्र में प्रवेश कर रही है. यह कंपनी ऐसे AI-जनरेटेड वीडियो गेम पर काम कर रही है, जो विश्व मॉडल (World Model) की मदद से संचालित होगा. यह मॉडल पारंपरिक टेक्स्ट या इमेज-आधारित एआई से आगे बढ़कर वास्तविक दुनिया को समझने और उसके व्यवहार की नकल करने की क्षमता रखता है. इस परियोजना से xAI सीधे गूगल और मेटा जैसी दिग्गज कंपनियों की टक्कर में आ गई है, जो इसी तरह के शोध पर काम कर रही हैं.
Nvidia से जुड़े शीर्ष शोधकर्ता
रिपोर्ट के मुताबिक, xAI ने अपने विश्व मॉडल को विकसित करने के लिए Nvidia से जुड़े विशेषज्ञ शोधकर्ताओं की नियुक्ति की है. यह प्रणाली वीडियो फुटेज और रोबोटिक डेटा से सीखकर प्रकाश, गति और कारण-परिणाम जैसे भौतिक सिद्धांतों को समझती है. यानी यह केवल शब्दों और तस्वीरों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह चीजों की गति और वास्तविक दुनिया में उनके असर को भी समझ पाती है.
गेमिंग से रोबोटिक्स तक का सफर
पारंपरिक भाषा मॉडल की तुलना में, विश्व मॉडल कहीं अधिक आगे हैं. इन्हें इस तरह बनाया जा रहा है कि वे न केवल टेक्स्ट बल्कि वस्तुओं की गति और वातावरण की जटिलताओं को भी पहचान सकें. शुरुआत में इसका इस्तेमाल गेमिंग के लिए होगा, जहां AI 3D वर्चुअल दुनिया बनाएगा. आगे चलकर यही तकनीक रोबोटिक्स और स्वचालित सिस्टम का आधार भी बन सकती है.
2026 तक लॉन्च की तैयारी
मस्क ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर घोषणा की है कि xAI 2026 के अंत तक एक AI-जनरेटेड वीडियो गेम जारी करेगा. इसके लिए कंपनी ने पूर्व Nvidia विशेषज्ञ ज़ीशान पटेल और एथन हे को टीम में शामिल किया है. साथ ही, हाल ही में कंपनी ने एक नया इमेज और वीडियो जेनरेशन मॉडल भी लॉन्च किया है, जिसे उपयोगकर्ता मुफ्त में इस्तेमाल कर सकते हैं.
आक्रामक हायरिंग और भारी वेतन
xAI अपनी “ओमनी टीम” के लिए तेजी से नए लोगों की भर्ती कर रहा है. यहां वेतन 1.8 लाख डॉलर से 4.4 लाख डॉलर तक है. खास बात यह है कि गेम डिज़ाइन में मदद के लिए कंपनी "वीडियो गेम ट्यूटर" जैसे अनोखे पद भी पेश कर रही है.
भविष्य और चुनौतियां
विशेषज्ञ मानते हैं कि विश्व मॉडल आने वाले समय में रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों के लिए अरबों डॉलर का उद्योग खड़ा कर सकते हैं. लेकिन इसकी राह आसान नहीं है—इसके लिए भारी मात्रा में डेटा, उच्च स्तरीय कंप्यूटिंग और सटीक मॉडलिंग की ज़रूरत होगी.


