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पुराना फोन खरीदने से पहले जरूर रखें इन बातों का ध्यान, नहीं तो पड़ेगा पछताना

अगर आप पुराना फोन खरीद रहे हैं तो ऐसे में आपको काफी सतर्क रहने की जरूरत है. IMEI नंबर से लेकर बैटरी और वारंटी तक चेक करना जरूरी रहता है.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

अगर आप सेकेंड-हैंड या पुराना फोन खरीदने का सोच रहे हैं, तो थोड़ा सतर्क रहना बेहद जरूरी है. आजकल ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्केट में ऐसे कई फोन मिल जाते हैं जो देखने में नए जैसे लगते हैं, लेकिन अंदर छुपी समस्याएं बाद में बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं.

 IMEI नंबर चेक करना अनिवार्य

चोरी का फोन, खराब बैटरी, नकली पार्ट्स या ब्लैकलिस्टेड IMEI जैसी परेशानियां आम हैं. इसलिए कुछ जरूरी चीज़ों की जांच करके आप सुरक्षित डील कर सकते हैं. सबसे पहले फोन का IMEI नंबर चेक करना अनिवार्य है. यह नंबर फोन के पहचान पत्र की तरह होता है. आप इसे किसी ऑनलाइन IMEI चेकर या सरकारी पोर्टल पर डालकर देख सकते हैं कि फोन ब्लैकलिस्ट में तो नहीं है.

कई बार चोरी के फोन भी मार्केट में बिक जाते हैं. ऐसे फोन खरीदने पर कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए IMEI की जांच और उसकी स्थिति की पुष्टि करना पहला कदम होना चाहिए. फोन की फिजिकल कंडीशन भी ध्यान से देखें. बॉडी फ्रेम, स्क्रीन, कैमरा, बटन्स और चार्जिंग पोर्ट को अच्छे से जांचना जरूरी है. कई बार स्क्रीन बदलकर या बॉडी पॉलिश करके फोन नया जैसा दिखा दिया जाता है. माइक्रो स्क्रैच, डेंट, कैमरा ग्लास टूटना या स्क्रीन का कलर शिफ्ट होना यह संकेत हैं कि फोन अधिक इस्तेमाल हुआ है या गिर चुका है.

पुराने फोन में बैटरी हेल्थ एक बड़ी चिंता होती है. कमजोर बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है और ओवरहीटिंग भी शुरू हो सकती है. iPhone में आप सेटिंग से बैटरी हेल्थ देख सकते हैं, जबकि Android में बैटरी साइकल काउंट और परफॉर्मेंस थर्ड-पार्टी टूल्स या सर्विस सेंटर की रिपोर्ट से जांची जा सकती है. चार्जिंग स्लो होना या फास्ट चार्जिंग का काम न करना भी खराब बैटरी के संकेत हैं.

कैमरा और स्पीकर की जांच 

फोन खरीदते समय कैमरा, स्पीकर, कॉलिंग और नेटवर्क की भी पूरी जांच करें. कैमरे के सभी मोड और फोटो क्वालिटी टेस्ट करें. कॉलिंग के दौरान माइक्रोफोन और स्पीकर को टेस्ट करें. SIM डालकर नेटवर्क सिग्नल, 4G/5G कनेक्टिविटी और इंटरनेट स्पीड भी देखें, क्योंकि कई फोन में नेटवर्क IC की समस्या हो सकती है.

बॉक्स और वारंटी कार्ड की जांच 

अंत में बिल, बॉक्स और वारंटी कार्ड की जांच करें. ओरिजिनल बिल से फोन का असली मालिक पता चलता है और अगर वारंटी बची है तो किसी भी तकनीकी समस्या पर सर्विस सेंटर सपोर्ट मिलता है. अगर बिल न मिले तो कम से कम बॉक्स और IMEI का मिलान ज़रूरी है. चार्जर और केबल भी टेस्ट करें ताकि नकली एक्सेसरीज से बचा जा सके.

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16 November 2025, 08:46 PM IST

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