पाकिस्तान में TikTok और Telegram बैन, सोशल मीडिया पर कड़ी सेंसरशिप लागू
पाकिस्तान सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से TikTok, Telegram, X समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाया है, जिससे डिजिटल स्वतंत्रता को लेकर गंभीर चिंताएं उठी हैं.

पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में TikTok और Telegram समेत कई प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया है. ये फैसला धार्मिक सिद्धांतों के खिलाफ माने जा रहे कंटेंट, राष्ट्रीय सुरक्षा और सांस्कृतिक मूल्यों के उल्लंघन के मद्देनज़र लिया गया है. इन प्रतिबंधों ने देश में डिजिटल पहुंच और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है.
पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान में सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर सख्ती में लगातार वृद्धि देखी गई है. ये फैसला उसी क्रम में एक और कड़ी के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें सरकार ने उन ऐप्स को निशाना बनाया है जो युवा वर्ग में खासे लोकप्रिय हैं, लेकिन जिन पर आपत्तिजनक कंटेंट फैलाने का आरोप लगाया गया है.
बार-बार प्रतिबंधित हुआ TikTok
TikTok, जो कि चीनी कंपनी ByteDance का स्वामित्व वाला एक शॉर्ट-वीडियो प्लेटफॉर्म है, पहले भी पाकिस्तान में कई बार प्रतिबंधित हो चुका है. इस बार सरकार ने 'आपत्तिजनक कंटेंट' की मौजूदगी को आधार बनाते हुए ऐप पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, देश में कई यूजर्स अब भी VPN के जरिए TikTok का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन सरकार का रुख स्पष्ट है- अब इस ऐप पर पूरी तरह से रोक लगाने का फैसला लिया जा चुका है.
Telegram पर भी प्रतिबंध लागू
पाकिस्तान में अब Telegram पर भी प्रतिबंध लागू कर दिया गया है. सरकार का कहना है कि ये मैसेजिंग प्लेटफॉर्म चरमपंथी संगठनों द्वारा गलत सूचना और फर्जी खबरें फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. इस फैसले का देश की व्यावसायिक बिरादरी, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तीखा विरोध किया है, क्योंकि वे सभी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल संचार और सूचना साझा करने के लिए करते हैं.
बता दें कि मैसेजिंग ऐप WhatsApp की वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VoIP) सेवा पर भी पाकिस्तान में पहले प्रतिबंध लगाया गया था. इस दौरान यूजर्स कॉल नहीं कर पा रहे थे. हालांकि बाद में सरकार ने ये प्रतिबंध हटा लिया और सेवा बहाल कर दी गई.
Bigo Live भी सरकार के रडार पर
TikTok की तरह ही, चीनी वीडियो कॉलिंग ऐप Bigo Live को भी पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है. इस बार भी कारण वही रहे- 'आपत्तिजनक सामग्री', राष्ट्रीय सुरक्षा और सांस्कृतिक मूल्यों का उल्लंघन. सरकार के इस फैसले को उसके ऑनलाइन कंटेंट को नियंत्रित करने के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा माना जा रहा है.
चुनावों के दौरान X पर भी पाबंदी
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) को भी पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित किया. खासतौर पर ये बैन पिछले साल आम चुनावों के दौरान लगाया गया था. इससे ये साफ हो गया कि सरकार महत्वपूर्ण राजनीतिक अवसरों पर भी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स तक लोगों की पहुंच सीमित करने में संकोच नहीं करती. रिपोर्ट में ये विडंबना भी उजागर हुई कि सरकार के कुछ विभाग खुद X का इस्तेमाल VPN के जरिए कर रहे थे.


