ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेन टिकट की कीमत में इतना फर्क क्यों? रेलवे मंत्री ने बताई असल वजह
कहीं भी दूर का सफर हो तो लोग ट्रेन का सहारा लेते हैं. लेकिन जब ट्रेन की टिकट बुक करने की बात आती हैं, तो एक सवाल जो हर किसी के मन में उठता हैं, वो यह है कि एक ही ट्रेन लेकिन टिकट के लिए दो अलग-अलग कीमतें क्यों चुकानी पड़ती हैं. ऑनलाइन बुकिंग करने वाले यात्रियों को ज्यादा पैसा क्यों देना पड़ता, चलिए जानते हैं.

Technology news: आज के डिजिटल युग में ज्यादातर लोग ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि ऑनलाइन बुक किए गए टिकट, काउंटर से खरीदे गए टिकट की तुलना में महंगे होते हैं? ये सवाल अक्सर यात्रियों के मन में उठता है कि एक ही ट्रेन टिकट के लिए दो अलग-अलग कीमतें क्यों चुकानी पड़ती हैं. क्या ऑनलाइन बुकिंग करने वाले यात्रियों को कोई अतिरिक्त सुविधा मिलती है, या इसके पीछे कोई और वजह है?
सरकार ने इस सवाल का स्पष्ट जवाब राज्यसभा में दिया है. रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए कन्वीनियंस फीस और ट्रांजेक्शन चार्ज लगता है. यही वजह है कि ऑनलाइन टिकट की कीमतें काउंटर से खरीदी गई टिकटों के मुकाबले ज्यादा होती हैं. ऐसे में आइए समझते हैं कि ऑनलाइन ट्रेन टिकट की कीमतें कैसे तय होती हैं और इसके फायदे क्या हैं.
ऑनलाइन टिकट क्यों महंगी होती है?
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, IRCTC अपने ऑनलाइन टिकटिंग सिस्टम को बनाए रखने और अपग्रेड करने में बड़ा खर्च करता है. इस खर्च की भरपाई करने के लिए यात्रियों से कन्वीनियंस फीस ली जाती है. इसके अलावा, ऑनलाइन पेमेंट के दौरान बैंक ट्रांजेक्शन चार्ज भी जुड़ता है, जिससे टिकट की कुल कीमत बढ़ जाती है.
ऑनलाइन टिकट के फायदे
हालांकि ऑनलाइन टिकट थोड़ी महंगी होती है, लेकिन ये कई सुविधाएं भी प्रदान करती है:
समय और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट की बचत – यात्रियों को रेलवे काउंटर तक जाने और लंबी कतार में खड़े रहने की जरूरत नहीं होती, जिससे समय और यात्रा खर्च बचता है.
आरामदायक बुकिंग अनुभव – यात्री अपनी पसंद की सीट बुक कर सकते हैं और बिना किसी परेशानी के टिकट खरीद सकते हैं.
अतिरिक्त सेवाएं – ऑनलाइन टिकट के साथ यात्री फूड सर्विस को प्री-बुक कर सकते हैं, जिससे सफर के दौरान खाने-पीने की चिंता नहीं रहती.
24x7 सुविधा – टिकट बुकिंग के लिए रेलवे काउंटर के समय का इंतजार करने की जरूरत नहीं होती. यात्री कभी भी, कहीं से भी टिकट बुक कर सकते हैं.
ज्यादातर यात्री ऑनलाइन बुकिंग को देते हैं प्राथमिकता
सरकार के अनुसार, मौजूदा समय में 80% से ज्यादा आरक्षित टिकट ऑनलाइन बुक किए जाते हैं. ये आंकड़ा दर्शाता है कि यात्रियों की प्राथमिकता अब डिजिटल बुकिंग की ओर शिफ्ट हो रही है. IRCTC ने अपनी ऑनलाइन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई उपाय किए हैं, जिससे यात्रियों को और भी सुविधाएं मिल रही हैं.
क्या काउंटर से टिकट लेना सस्ता विकल्प है?
अगर आप कन्वीनियंस फीस से बचना चाहते हैं, तो रेलवे काउंटर से टिकट लेना सस्ता ऑप्शन हो सकता है. लेकिन इसके लिए आपको लंबी लाइन में खड़े रहना पड़ सकता है और सीट चयन में भी समस्या आ सकती है. यदि आपको सुविधाजनक और तेज बुकिंग चाहिए, तो ऑनलाइन टिकट बुक करना ही बेहतर रहेगा.


