12 शादियां और लाखों की ठगी...लुटेरी के बाद अब 'डाकू दुल्हन' का पर्दाफाश, UP पुलिस ने 9 लोगों को दबोचा
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में एक बेहद चौंकाने वाला विवाह ठगी रैकेट सामने आया है, जिसमें 21 साल की गुलशना रियाज़ खान उर्फ 'डाकू दुल्हन' को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गुलशना अब तक करीब 12 शादियां कर चुकी है, जिनका उद्देश्य केवल ठगी करना था.

सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए शादी के नाम पर ठगी का शिकार बनाना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार मामला बेहद चौंकाने वाला है. 21 साल की गुलशना रियाज़ खान, जिसे अब पुलिस ने 'डाकू दुल्हन' की उपाधि दी है, देश के कई राज्यों में शादी के नाम पर दर्जनों परिवारों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार की गई है. गुलशना अब तक करीब 12 शादियां कर चुकी है और हर शादी एक बड़े फ्रॉड स्कीम का हिस्सा थी.
अंबेडकरनगर पुलिस ने गुलशना और उसके आठ साथियों को एक बड़े ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया. इन सभी पर एक संगठित विवाह ठगी रैकेट चलाने का आरोप है, जिसमें दुल्हन बनने के बाद महंगी रस्में निभाई जाती थीं और फिर शादी के कुछ ही घंटों में 'अपहरण' का नाटक कर valuables लेकर फरार हो जाते थे.
ऐसे हुआ रैकेट का भंडाफोड़
गुलशना, जो अलग-अलग राज्यों में 'काजल', 'सीमा', 'नेहा' और 'स्वीटी' जैसे नामों से पहचान बनाती थी, शादी के बाद कुछ ही घंटों में अपने गिरोह के साथ गायब हो जाती थी. लेकिन इस बार हरियाणा के रोहतक निवासी सोनू ने जब उसकी 'दुल्हन' के लापता होने पर पुलिस से संपर्क किया, तो पूरा मामला सामने आ गया.
सोनू ने 112 नंबर पर कॉल कर आपातकालीन सहायता मांगी. यूपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अंबेडकर नगर में सभी एग्ज़िट पॉइंट्स सील कर दिए और एक गिरोह सदस्य को धर दबोचा. पूछताछ में उसने पूरे रैकेट का खुलासा कर दिया.
ऐसे रचती थी ठगी की पटकथा
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के अनुसार, "शादी की बातचीत जल्दबाज़ी में तय होती थी, फिर धूमधाम से विवाह कराया जाता था. शादी के तुरंत बाद बाइक सवार गैंग के सदस्य 'दुल्हन' का अपहरण कर लेते थे और परिवार को चौंकने तक का मौका नहीं मिलता था."
गुलशना ने ये सब सिर्फ अकेले नहीं किया. उसके साथ गिरफ्तार अन्य सदस्यों में उसके पति रियाज़ खान भी शामिल था, जो कि एक दर्ज़ी है और हर ठगी में 5% का हिस्सा लेता था. रियाज़ को भी इस रैकेट की पूरी जानकारी थी.
कौन-कौन हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए लोगों में हरियाणा के जींद से मोहनलाल (34), जौनपुर से रतन कुमार सरोज (32), अलीगंज से रंजन उर्फ आशु गौतम (22), मनजू माली (29), राहुल राज (30), सन्नो उर्फ सुनीता (36), पूनम (33), और रुखसार (21) शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से ₹72,000 नकद, एक मोटरसाइकिल, 11 मोबाइल फोन, एक सोने का मंगलसूत्र और तीन फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं.
ऐसे हुआ था पुलिस को शक
हरियाणा निवासी सोनू से ₹80,000 की ठगी के बाद जब उसकी 'दुल्हन' शादी की रात ही लापता हो गई, तो उसने तुरंत पुलिस को कॉल किया. पुलिस ने समय रहते पूरे गिरोह को दबोच लिया, वरना वे फिर से किसी नए शिकार की तलाश में निकल चुके होते.
गिरोह का टारगेट था कमजोर परिवार
यह गैंग विशेष रूप से ऐसे परिवारों को निशाना बनाता था जो अपने बेटों के लिए शादी के लिए रिश्ते ढूंढ रहे होते थे और जिनके पास ज़्यादा विकल्प नहीं होते थे. वे सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल साइट्स के ज़रिए संपर्क बनाते और जल्दबाज़ी में शादी तय करा लेते थे.


