5 जुलाई को आएगी कयामत? सच होगी जापानी ‘बाबा वेंगा’ की भविष्यवाणी? आपदा की चेतावनी से दहशत
दक्षिण-पश्चिमी जापान में आए हालिया भूकंप ने तब सनसनी मचा दी जब इसकी टाइमिंग एक वायरल मंगा भविष्यवाणी से मेल खा गई. मशहूर जापानी मंगा आर्टिस्ट रयो तत्सुकी ने साल 2021 में 5 जुलाई 2025 को एक भीषण आपदा की भविष्यवाणी की थी. अब भूकंप के झटकों के साथ इस चेतावनी ने सोशल मीडिया से लेकर टूरिज्म सेक्टर तक बेचैनी फैला दी है.

जापान एक बार फिर प्रकृति और भविष्यवाणी के मेल से पैदा हुई चिंता की चपेट में है. दक्षिण-पश्चिमी जापान में हाल ही में आए 5.5 तीव्रता के भूकंप ने लोगों की धड़कनें तेज कर दी हैं, खासतौर पर तब जब एक मंगा आर्टिस्ट की सालों पुरानी भविष्यवाणी 5 जुलाई 2025 को एक भयंकर आपदा की चेतावनी देती है. यह संयोग भले ही वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित न हो, लेकिन सोशल मीडिया और टूरिज्म सेक्टर पर इसका गहरा असर देखने को मिल रहा है.
मशहूर मंगा कलाकार रयो तत्सुकी, जिन्हें ‘जापानी बाबा वेंगा’ भी कहा जाता है, ने अपनी 2021 की मंगा The Future I Saw में 5 जुलाई 2025 को एक भीषण तबाही आने का दावा किया था. और जब भूकंप की गूंज उसी सप्ताह सुनाई दी, तो लोगों में बेचैनी और डर और भी बढ़ गया. हालांकि जापान सरकार और मौसम विभाग लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और वैज्ञानिक तथ्यों पर भरोसा करने की अपील कर रहे हैं.
टोकारा द्वीप के पास आया भूकंप
यह भूकंप जापान के कागोशिमा प्रांत के टोकारा द्वीप समूह के पास समुद्र में आया था, जिसकी तीव्रता 5.5 थी. जापानी मौसम विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र समुद्र में था और इससे किसी भी तरह की सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई. लेकिन इसके प्रभाव से अक्सेकी द्वीप पर 6-लोअर स्तर की तीव्रता दर्ज की गई, जिससे स्थानीय स्तर पर दीवारों में दरारें और सामान गिरने जैसी समस्याएं आईं.
वायरल भविष्यवाणी से फैली दहशत
भूकंप के समय ने मंगा कलाकार रयो तत्सुकी की भविष्यवाणी को फिर से सुर्खियों में ला दिया है. उन्होंने दावा किया था कि 5 जुलाई 2025 को एक "बड़ी आपदा" जापान को झकझोर सकती है. मंगा में उस आपदा की प्रकृति स्पष्ट नहीं की गई थी, लेकिन सोशल मीडिया पर #July5Disaster जैसे हैशटैग वायरल हो चुके हैं, जिसमें लोग भूकंप, सुनामी या साइबर हमले की आशंका जता रहे हैं. रयो की भविष्यवाणियां पहले भी डायना की मौत, कोविड-19 महामारी और 2011 के कोबे भूकंप को लेकर सच साबित हो चुकी हैं.
टूरिज्म पर असर, फ्लाइट कैंसिल
इस वायरल भविष्यवाणी का सीधा असर जापान के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, कई विदेशी पर्यटकों ने जुलाई के लिए जापान की यात्रा रद्द कर दी है. हांगकांग की Greater Bay Airlines ने मई में जापान के लिए अपनी उड़ानों में कटौती की थी, क्योंकि टिकट बुकिंग में भारी गिरावट देखी गई थी. कुछ स्थानीय टूरिज्म अधिकारियों का कहना है कि इस अफवाह और डर का बड़ा असर टूरिज्म पर पड़ रहा है.
प्रशासन का संदेश: अफवाह नहीं, सतर्कता जरूरी
जापानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस मंगा की भविष्यवाणी का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. मियागी के गवर्नर योशिहिरो मुराई ने लोगों से अपील की, “चिंता की कोई बात नहीं है. जापानी नागरिक देश नहीं छोड़ रहे हैं. कृपया इन अफवाहों पर ध्यान न दें और जापान की यात्रा जारी रखें.” राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विशेष सचिव डीसी राणा ने कहा, “तथ्यों और वैज्ञानिक आकलन के बिना सिर्फ सपनों से आपदाओं का अनुमान नहीं लगाया जा सकता. सतर्कता जरूरी है, घबराहट नहीं.”
विज्ञान और तैयारी ही है सबसे बड़ा हथियार
जापान ‘पैसिफिक रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है, जहां भूकंप सामान्य हैं. इसलिए यहां की सरकार और नागरिक हमेशा आपदा प्रबंधन और तैयारी को लेकर सतर्क रहते हैं. भवन निर्माण नियमों से लेकर अर्ली वॉर्निंग सिस्टम और सार्वजनिक जागरूकता तक, जापान ने इन चुनौतियों से निपटने की पूरी तैयारी कर रखी है.


