मोर के पीछे बाघ...स्वतंत्रता दिवस पर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का अनोखा नजारा, देखें वीडियो
प्रकृतिवादी राकेश भट्ट ने एक शानदार वीडियो साझा किया है, जिसमें भारत के राष्ट्रीय पशु, बाघ, और राष्ट्रीय पक्षी, मोर, एक ही फ्रेम में साथ नजर आ रहे हैं. यह मनमोहक दृश्य प्रकृति की सुंदरता और इन प्राणियों के गौरव को बखूबी दर्शाता है.

Jim Corbett National Park in Uttarakhand: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से एक ऐसा दृश्य सामने आया है जिसने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है. इस अद्भुत नजारे में भारत के राष्ट्रीय पशु बाघ और राष्ट्रीय पक्षी मोर को एक साथ एक ही फ्रेम में कैद किया गया है, जिसे देखने के बाद लोग इसे 'जीवन में एक बार' मिलने वाला अनुभव बता रहे हैं. प्रकृतिवादी राकेश भट्ट द्वारा साझा किए गए इस वीडियो ने देशभर के प्रकृति प्रेमियों का ध्यान खींच लिया है. उन्होंने इसे सही जगह, सही समय और बिल्कुल सही स्थिति का नतीजा बताते हुए वन्यजीवों के सम्मान और सुरक्षा का संकल्प लेने की अपील भी की है.
वीडियो में देखा गया दृश्य
वीडियो में बाघ को मोर के पीछे चुपचाप चलते हुए देखा जा सकता है. जंगल की हरियाली के बीच यह क्षण किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगता. वन्यजीव विशेषज्ञों और फोटोग्राफी लवर्स के अनुसार, ऐसा दृश्य अत्यंत दुर्लभ माना जाता है, क्योंकि बाघ और मोर का एक साथ इस तरह स्वाभाविक रूप से दिखाई देना लगभग असंभव होता है.
राकेश भट्ट का संदेश
वीडियो पोस्ट करते हुए राकेश भट्ट ने कैप्शन में लिखा- सही जगह, सही समय, बिल्कुल सही स्थिति और खास नजारा. आइए हम वन्यजीवों का सम्मान और सुरक्षा करने का वादा करें. यह हमारे देश का गौरव है और उन्हें प्यार से बचाना हमारी जिम्मेदारी है. जय हिंद. उनका यह संदेश न सिर्फ दर्शकों को रोमांचित करता है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण के महत्व को भी रेखांकित करता है.
वन विभाग की प्रतिक्रिया
मुख्य वन संरक्षक डॉ. पीएम धकाते ने भी इस वीडियो को एक्स पर साझा करते हुए लिखा 'एक अद्भुत वीडियो, हमारे राष्ट्रीय पशु और पक्षी, एक साथ एक फ्रेम में, भारत की जीवंत भावना का एक आदर्श प्रतीक. सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं.' उनकी यह प्रतिक्रिया इस वीडियो को और भी खास बना देती है, क्योंकि यह न केवल सौंदर्य का बल्कि राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक भी है.
दर्शकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे भारत की समृद्ध जैव विविधता का प्रतीक बताते हुए वन्यजीव संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया. कई लोगों ने कमेंट्स में लिखा कि यह दृश्य उन्हें गर्व और आनंद से भर देता है, और यह हमारी प्राकृतिक धरोहर की अनमोल झलक है.


