शादी करो, बच्चे पैदा करो, वरना नौकरी छोड़ो.. कंपनी का ये कैसा फरमान?
चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को शादी करने का अल्टीमेटम दे दिया, नहीं तो नौकरी से निकालने की धमकी दी. ये फैसला देश में घटती शादी की दर बढ़ाने के लिए लिया गया, लेकिन विवाद बढ़ने पर कंपनी को नियम वापस लेना पड़ा. सोशल मीडिया पर खबर तेजी से वायरल हुई और लोगों ने इसे निजता का उल्लंघन बताया.

आजकल ज्यादातर लोग शादी से दूर भाग रहे हैं. ये सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि बाकी देशों में भी शादी को लेकर युवाओं की रुचि कम हो रही है. खासकर बात करें चीन की तो यहां ऐसे लाखों नौजवान हैं, जो शादी से बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसी के चलते, चीन की सरकार और कई कंपनियां युवाओं को शादी के लिए प्रोत्साहित करने के नए-नए तरीके अपना रही हैं. हाल ही में एक चीनी कंपनी ने ऐसा फरमान जारी किया, जिसे सुनकर हर कोई चौंक गया.
शादी नहीं तो नौकरी भी नहीं!
वैसे तो हर इंसान के लिए शादी करने का फैसला उसके हाथ में होता हैं, लेकिन यदि कंपनी अपने कर्मचारियों पर शादी का दबाव बनाए तो आप सोचिए कैसे होगा... ये सुनने में भी अजीब लग सकता हैं. मगर आपको बता दें कि ये बिल्कुल सच हैं. चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को चेतावनी दे डाली है कि यदि वो शादी नहीं करते हैं तो उनकी नौकरी जा सकती हैं.
कंपनी ने कर्मचारियों को दिया अल्टीमेटम
पश्चिमी चीन के शैंडोंग प्रांत में स्थित शुंटीआन केमिकल ग्रुप ने जनवरी में एक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया कि कंपनी में काम करने वाले 28 से 58 साल के अविवाहित और तलाकशुदा कर्मचारियों को जल्द से जल्द शादी करने का निर्देश दिया गया है. कंपनी ने सख्त लहजे में कहा कि अगर जून के अंत तक कर्मचारी शादी नहीं करते, तो उनकी समीक्षा की जाएगी. यहीं नहीं, जो कर्मचारी सितंबर तक कुंवारे रहेंगे, उन्हें कंपनी से निकाल दिया जाएगा.
सरकार की नीति के दबाव में लिया गया फैसला
ऐसा बताया जा रहा है कि चीन की सरकार देश में घटती शादी की दर को बढ़ाना चाहती है. यहीं कारण है कि कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को शादी करने के लिए मजबूर कर रही हैं. जब इस फैसले पर विवाद बढ़ा और कंपनी के अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने इस आदेश की कड़ी निंदा की. इसके बाद, 13 फरवरी को कंपनी ने अपने इस नियम को वापस ले लिया, ये कहते हुए कि ये चीन के श्रम कानूनों का उल्लंघन करता है.
सोशल मीडिया पर बवाल
इस खबर के सोशल मीडिया पर आते ही ये तेजी से वायरल हो गई. कई लोगों ने इस फैसले को अनुचित और कर्मचारियों की निजता का उल्लंघन बताया.


