यहां लगातार तलाक ले रहे कपल, लोगों को सता रहा शादी का डर, वजह उड़ा देगी होश
China Population Crisis: चीन में विवाह दरें ऐतिहासिक रूप से गिर रही हैं, जिससे समाज में चिंता बढ़ रही है. बदलती जीवनशैली, आर्थिक समस्याएँ और सामाजिक दबावों के कारण युवा शादी से दूर हो रहे हैं, और तलाक के मामले बढ़ रहे हैं. सरकारी प्रयासों के बावजूद, 2024 में विवाह पंजीकरण का स्तर बेहद कम हो गया है, जो चीन के जनसांख्यिकीय और आर्थिक स्थिरता के लिए चिंता का विषय बन सकता है.

China Population Crisis: चीन में विवाह दरें ऐतिहासिक गिरावट का सामना कर रही हैं, जिससे समाज में चिंता बढ़ रही है. बदलती जीवनशैली, आर्थिक चुनौतियां और सामाजिक दबावों के चलते युवा शादी से दूरी बना रहे हैं. सरकारी प्रयासों के बावजूद, विवाह दर में तेज़ गिरावट देखी जा रही है, जबकि तलाक के मामलों में वृद्धि हो रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रवृत्ति चीन के जनसांख्यिकीय संतुलन और आर्थिक स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती पेश कर सकती है.
नए आंकड़ों के अनुसार, विवाह पंजीकरण 2024 में रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है. सरकार द्वारा प्रोत्साहन योजनाएँ लागू करने के बावजूद, युवा शादी से बच रहे हैं और कई विवाहित जोड़े तलाक की ओर बढ़ रहे हैं. आइए समझते हैं कि इस गिरावट की प्रमुख वजहें क्या हैं.
2024 में विवाह दर में भारी गिरावट
चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, 2024 में केवल 6.1 मिलियन जोड़ों ने शादी का पंजीकरण कराया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 20.5% की भारी गिरावट को दर्शाता है. यह 1986 के बाद से सबसे कम आंकड़ा है, जब से चीन ने विवाह से जुड़े आँकड़े प्रकाशित करने शुरू किए थे. विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट बदलते सामाजिक मूल्यों, आर्थिक अस्थिरता और बढ़ती जीवनशैली लागत की वजह से हो रही है. युवा वर्ग शादी को वित्तीय और भावनात्मक बोझ के रूप में देखने लगे हैं, जिससे वे इस संस्था से दूर हो रहे हैं.
तलाक के बढ़े मामले
शादी के मामलों में गिरावट के साथ, तलाक के मामलों में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है. 2024 में लगभग 2.6 मिलियन जोड़ों ने तलाक लिया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 28,000 अधिक है. सरकार ने 2021 में तलाक के लिए 30-दिन की अनिवार्य "कूलिंग-ऑफ" अवधि लागू की थी, ताकि लोग जल्दबाज़ी में रिश्ते खत्म न करें. हालांकि, इस कानून ने कई लोगों, विशेष रूप से महिलाओं, में नाराजगी बढ़ा दी है. उनका मानना है कि यह नियम अपमानजनक और असफल रिश्तों से बाहर निकलने में और बाधा डालता है.
चीन के लिए चेतावनी
विवाह दर और जन्म दर में गिरावट ने चीन के जनसांख्यिकीय संतुलन को प्रभावित किया है. चीन की कुल आबादी में 2024 में लगातार तीसरे वर्ष गिरावट दर्ज की गई है. कामकाजी उम्र की आबादी (16-59 वर्ष) 6.83 मिलियन घट गई. 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग अब कुल जनसंख्या का 22% हैं. इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था और कार्यबल पर पड़ेगा, क्योंकि युवाओं की संख्या घट रही है और बुज़ुर्गों की संख्या बढ़ रही है.
शादी को बढ़ावा देने के सरकारी प्रयास
चीन सरकार ने विवाह और बच्चों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
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नकद प्रोत्साहन – कई स्थानीय सरकारें नवविवाहित जोड़ों को नकद पुरस्कार दे रही हैं.
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सामूहिक विवाह कार्यक्रम – विवाह को आसान और कम खर्चीला बनाने के लिए सामूहिक शादियाँ कराई जा रही हैं.
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"वधू मूल्य" कम करने की पहल – दहेज जैसी प्रथाओं पर रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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नई सामाजिक पहल – "नए युग की शादी और बच्चे पैदा करने की संस्कृति" को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
हालांकि, बेरोजगारी और उच्च जीवनयापन लागत से जूझ रहे युवा अब भी इन सरकारी नीतियों से संतुष्ट नहीं हैं. वे शादी और माता-पिता बनने में देरी कर रहे हैं या इसे पूरी तरह से टालने का फैसला कर रहे हैं.
क्या जनसंख्या नीति की गलतियां बनी वजह?
समाजशास्त्रियों और सरकारी अधिकारियों का मानना है कि चीन में विवाह और जन्म दर में गिरावट का एक बड़ा कारण दशकों की जनसंख्या नियंत्रण नीतियां हैं. "एक बच्चे की नीति" के चलते विवाह योग्य युवाओं की संख्या में कमी आई है, जिससे आज विवाह दरें घट रही हैं.


