इन देशों में वेजिटेरियन होना बेहद मुश्किल, आपको जाना पड़ सकता है जेल!
दुनिया के कई देशों में शाकाहारी भोजन को लेकर ऐसे कानून और परंपराएं हैं, जो भारतीयों को हैरान कर सकती हैं। कहीं शाकाहार पर रोक है तो कहीं वेजिटेरियन होना ही एक चुनौती बन जाता है.

दुनिया में खानपान से जुड़ी परंपराएं और नियम सिर्फ संस्कृति का हिस्सा नहीं, बल्कि कई बार कानून का भी रूप ले लेते हैं. खासतौर पर शाकाहारी भोजन को लेकर कुछ देशों में ऐसे कानून और सामाजिक रिवाज हैं, जो आपको चौंका सकते हैं. कहीं शाकाहारी होने पर आपको स्कूल में परेशानी झेलनी पड़ सकती है, तो कहीं वेगन डाइट बच्चों के लिए ‘खतरनाक’ मानी जाती है.
भारत जैसे देश में जहां शाकाहार को एक जीवनशैली और धार्मिक मान्यता के तौर पर देखा जाता है, वहीं कुछ पश्चिमी और एशियाई देशों में इसे अजीब नजरों से देखा जाता है. आइए जानते हैं दुनिया के 10 ऐसे देशों के बारे में, जहां शाकाहारी भोजन को लेकर या तो विचित्र कानून हैं या फिर हैरान कर देने वाली सामाजिक परंपराएं.
1. फ्रांस:-
फ्रांस में सरकारी स्कूलों में मांसाहारी भोजन देना अनिवार्य है. शाकाहारी विकल्प ना के बराबर हैं, जिससे शुद्ध शाकाहारी बच्चों और उनके माता-पिता को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
2. इटली:-
2016 में एक प्रस्ताव आया था, जिसमें वेगन डाइट को बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ‘हानिकारक’ माना गया. प्रस्ताव के मुताबिक, अगर माता-पिता अपने बच्चों को पूरी तरह वेगन बनाते हैं तो उन्हें जेल तक हो सकती थी. हालांकि, ये कानून पारित नहीं हुआ.
3. दक्षिण कोरिया:-
यहां "वेजिटेरियन" शब्द उतना आम नहीं है. रेस्तरां में ग्राहक को स्पष्ट करना होता है कि वे क्या नहीं खाते- जैसे मांस, मछली, अंडा आदि.
4. थाईलैंड:-
थाईलैंड में हर साल 9 दिनों तक विशेष शाकाहारी त्योहार मनाया जाता है, जिसमें मांसाहारी लोग भी पूरी तरह शाकाहारी बन जाते हैं. लेकिन वहां के शाकाहारी व्यंजनों में भी फिश सॉस या मांसाहारी तत्व हो सकते हैं. शुद्ध वेज फूड की पहचान के लिए पीले झंडे या प्रतीक का इस्तेमाल किया जाता है.
5. जापान:-
1872 से पहले तक जापान में आम जनता के लिए मांस खाना गैरकानूनी था. ये प्रतिबंध बाद में तब हटा जब सम्राट ने खुद मांस खाने की घोषणा की.
6. स्वीडन:-
स्वीडन की कुछ घरेलू उड़ानों में अगर यात्री कोई खास भोजन विकल्प नहीं चुनते, तो उन्हें शाकाहारी खाना डिफॉल्ट रूप में दिया जाता है. ये पहल पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए की गई है.
7. मैक्डोनाल्ड्स:-
बहुत कम लोग जानते हैं कि 2001 से पहले तक मैक्डोनाल्ड्स की फ्रेंच फ्राइज में बीफ फैट मिलाया जाता था. यानी लोग जो वेज समझकर फ्राइज खाते थे, वे असल में मांसाहारी तत्व भी खा रहे होते थे.
8. चीन:-
चीन और अन्य एशियाई देशों के बौद्ध रेस्तरां में ना केवल मांस, बल्कि लहसुन, प्याज और शराब को भी अशुद्ध माना जाता है. इन जगहों पर पूरी तरह सात्विक भोजन ही परोसा जाता है.
9. पुर्तगाल:-
2017 में पुर्तगाल में एक कानून पास हुआ, जिसके तहत सभी सरकारी संस्थानों- जैसे स्कूल, अस्पताल, जेल में शाकाहारी भोजन का विकल्प अनिवार्य कर दिया गया.
10. अर्जेंटीना:-
अर्जेंटीना में मांसाहारी संस्कृति इतनी मजबूत है कि कई रेस्तरां में शाकाहारी विकल्प उपलब्ध ही नहीं होते. बार-बार वेज फूड मांगने पर स्टाफ ग्राहकों को स्टेक खाने या दूसरी जगह जाने की सलाह देता है.


