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इंडसइंड बैंक विवाद पर आरबीआई का बड़ा बयान, कहा- निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इंडसइंड बैंक को लेकर उठ रही अटकलों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि बैंक की वित्तीय स्थिति "संतोषजनक" है और यह "अच्छी तरह से पूंजीकृत" है. हाल ही में बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ियों की खबरों के बाद निवेशकों के बीच चिंता बढ़ गई थी. हालांकि, आरबीआई ने यह स्पष्ट किया कि बैंक का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो 16.46% और लिक्विडिटी कवरेज रेशियो 113% है, जो नियामक आवश्यकताओं से अधिक है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

इंडसइंड बैंक को लेकर हाल ही में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इन पर विराम लगाते हुए साफ किया है कि बैंक की वित्तीय स्थिति संतोषजनक है और यह अच्छी तरह से पूंजीकृत है. बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में पाई गई विसंगतियों के कारण इस पर कई सवाल उठ रहे थे, जिसके बाद आरबीआई ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.  

केंद्रीय बैंक ने बताया कि 31 दिसंबर 2024 तक इंडसइंड बैंक का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो 16.46% और प्रोविजन कवरेज रेशियो 70.20% था. वहीं, 9 मार्च 2025 तक बैंक का लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) 113% दर्ज किया गया, जो कि 100% की नियामक आवश्यकताओं से अधिक है.

आरबीआई का आधिकारिक बयान  

भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने बयान में कहा,  "31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ऑडिटर-रीव्यूड वित्तीय परिणामों के अनुसार, बैंक का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो 16.46% और प्रोविजन कवरेज रेशियो 70.20% दर्ज किया गया. इसके अलावा, 9 मार्च 2025 तक बैंक का लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) 113% था, जो कि नियामक आवश्यकता 100% से अधिक है."  

आरबीआई ने आगे कहा कि बैंक ने अपने मौजूदा सिस्टम की व्यापक समीक्षा के लिए पहले ही एक बाहरी ऑडिट टीम नियुक्त कर दी है, ताकि किसी भी संभावित प्रभाव का सही आकलन किया जा सके. बैंक के बोर्ड और प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे Q4FY25 (चालू तिमाही) के भीतर सभी सुधारात्मक कदम उठाएं और आवश्यक खुलासे करें.  

डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में विसंगतियां  

हाल ही में इंडसइंड बैंक ने जानकारी दी थी कि उसके डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में कुछ विसंगतियां पाई गई हैं, जिनका असर 31 दिसंबर 2024 तक बैंक की कुल नेटवर्थ के 2.35% तक हो सकता है. बैंक ने बताया कि यह मामला डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की समीक्षा के दौरान सामने आया. इस खुलासे के बाद, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक के बोर्ड को सलाह दी है कि वे COO और CEO पदों के लिए बाहरी उम्मीदवारों पर विचार करें.  

क्या होगा आगे?  

- बैंक पहले ही एक बाहरी ऑडिट टीम को शामिल कर चुका है.  

- आरबीआई ने बैंक को जल्द से जल्द सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.  

- COO और CEO पदों के लिए नए उम्मीदवारों की तलाश हो सकती है.  

- बैंक की मौजूदा वित्तीय स्थिति संतोषजनक है और नियामक आवश्यकताओं को पूरा कर रही है. 

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15 March 2025, 02:53 PM IST

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