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'माफी नहीं, बस 'Kesari Chapter 2' फिल्म देखें...' अक्षय कुमार का ब्रिटिश सरकार से भावुक संदेश

अक्षय कुमार ने अपनी आगामी फिल्म Kesari Chapter 2 को लेकर ब्रिटिश सरकार और किंग चार्ल्स से खास अपील की है कि वे यह फिल्म देखें और जलियांवाला बाग हत्याकांड की सच्चाई को समझें. अक्षय ने बताया कि उनके दादा इस नरसंहार के चश्मदीद थे और यह घटना उनके परिवार की पीढ़ियों से जुड़ी हुई है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने अपनी आने वाली फिल्म Kesari Chapter 2 को लेकर ब्रिटिश सरकार और किंग चार्ल्स से खास अपील की है. फिल्म जलियांवाला बाग हत्याकांड और उससे जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित है, जो आज भी भारतीयों के दिलों में जिंदा हैं. अक्षय ने कहा कि वो माफी की मांग नहीं कर रहे, लेकिन चाहते हैं कि ब्रिटिश सरकार इस फिल्म को देखे और खुद अपनी गलती समझे.

फिल्म में अक्षय उस वकील सी. शंकरण नायर की भूमिका निभा रहे हैं, जिन्होंने 1919 में जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद जनरल डायर और ब्रिटिश शासन के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अक्षय ने बताया कि ये कहानी उनके दिल के बेहद करीब है, क्योंकि उनके दादा ने इस भयानक घटना को अपनी आंखों से देखा था.

कॉन्फ्रेंस में भावुक हो गए थे अक्षय कुमार

अक्षय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक होते हुए कहा कि मेरे दादा ने जलियांवाला बाग की पूरी घटना अपनी आंखों से देखी थी. उन्होंने मेरे पिता को यह कहानी सुनाई थी और मेरे पिता ने मुझे. मैं बचपन से इस नरसंहार के बारे में बहुत कुछ जानता हूं, इसलिए यह फिल्म मेरे लिए बहुत खास है. यह घटना मेरे दिल और दिमाग में हमेशा से रही है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इतिहास हमें वो नहीं बताता, जो हमें सच में जानना चाहिए.

ब्रिटिश सरकार से फिल्म देखने की अपील

ब्रिटिश सरकार को लेकर अक्षय ने कहा, "मैं भीख का कटोरा लेकर नहीं खड़ा हूं कि वो माफी मांगें. मैं बस चाहता हूं कि वो कम से कम ये फिल्म देखें और महसूस करें कि गलती क्या हुई थी. बाकी बातें उनके मुंह से खुद-ब-खुद निकलेंगी. माफी तो अपने आप आ जाएगी, लेकिन सबसे पहले उन्हें ये देखना चाहिए कि क्या हुआ था. मैं चाहता हूं कि ब्रिटिश सरकार और किंग चार्ल्स दोनों ये फिल्म देखें."

क्या है Kesari Chapter 2 की कहानी?

Kesari Chapter 2 का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ है, जिसमें एक भावनात्मक और शक्तिशाली कोर्टरूम ड्रामा की झलक मिलती है. फिल्म में जलियांवाला बाग हत्याकांड की वीभत्सता को प्रभावशाली दृश्यों के माध्यम से दिखाया गया है. इसके बाद सी. शंकरण नायर द्वारा लड़ी गई कानूनी लड़ाई दर्शकों को न सिर्फ झकझोरती है, बल्कि उस समय के भारत की पीड़ा और संघर्ष को भी सामने लाती है.

फिल्म से सिर्फ इतिहास नहीं

अक्षय कुमार की इस फिल्म से सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव भी है. यह फिल्म उन अनकही कहानियों को उजागर करती है जिन्हें इतिहास की किताबों में कभी जगह नहीं मिली. फिल्म न सिर्फ ब्रिटिश राज की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि उस साहस को भी सलाम करती है जिसने ब्रिटेन की हुकूमत को अदालत में चुनौती दी.

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12 April 2025, 10:50 AM IST

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