255 करोड़ में बनी 'हाउसफुल 5' का हंसते-हंसते बुरा हाल, 7वें दिन सिर्फ 6.75 करोड़ की कमाई
अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन और रितेश देशमुख की फिल्म ‘हाउसफुल 5’ 255 करोड़ के बजट के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर लड़खड़ा गई है. सातवें दिन की सबसे कम कमाई ने मेकर्स की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है और फिल्म की पकड़ लगातार कमजोर होती दिख रही है.

अक्षय कुमार की बहुप्रतीक्षित कॉमेडी फिल्म ‘हाउसफुल 5’ को लेकर शुरुआती दिनों में जितनी उम्मीदें थीं, अब उतनी ही तेजी से फिल्म का चार्म बॉक्स ऑफिस पर घटता नजर आ रहा है. 19 सितारों से सजी इस फिल्म ने पहले तीन दिन में जिस धमाकेदार शुरुआत के संकेत दिए थे, अब वह जोश सातवें दिन पूरी तरह ठंडा पड़ता दिख रहा है.
‘हाउसफुल 5’ ने शुक्रवार को 24 करोड़ की ओपनिंग ली थी, जिसने सभी को चौंकाया. शनिवार को ये आंकड़ा 31 करोड़ तक पहुंचा और रविवार को फिल्म ने 32.5 करोड़ का बिजनेस किया. यानी पहले तीन दिनों में ही फिल्म ने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया. मेकर्स को उम्मीद थी कि अब फिल्म रफ्तार पकड़ेगी, लेकिन सोमवार से ग्राफ गिरने लगा. चौथे दिन 13 करोड़, पांचवें दिन 11.25 करोड़, छठे दिन 8.5 करोड़ और अब सातवें दिन की कमाई मात्र 6.75 करोड़ रही है.
सात दिनों में कुल कमाई और बजट की तुलना
अब तक फिल्म ने भारत में कुल 127 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. लेकिन यहां सबसे बड़ी चुनौती यह है कि ‘हाउसफुल 5’ का कुल बजट 255 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. ऐसे में फिल्म को हिट की श्रेणी में आने के लिए कम से कम 300 करोड़ का आंकड़ा पार करना होगा. यानी आधा सफर अभी बाकी है और मौजूदा गिरते ग्राफ को देखते हुए ये बेहद मुश्किल नजर आ रहा है.
मेकर्स के ‘दो क्लाइमैक्स’ का दांव भी पड़ा फीका
फिल्म को खास बनाने के लिए मेकर्स ने एक अनोखा प्रयोग किया था. ‘हाउसफुल 5’ को दो अलग-अलग क्लाइमैक्स के साथ रिलीज किया गया ताकि दर्शकों को नई और रोमांचक कहानी मिले. लेकिन यह दांव भी ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाया. दर्शकों ने इसे ज्यादा उलझन भरा और अनावश्यक बताया.
क्या होगा फ्रेंचाइजी का भविष्य?
अगर ‘हाउसफुल 5’ फ्लॉप होती है, तो यह इस ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइजी की पहली असफल फिल्म होगी. साजिद नाडियाडवाला की इस महत्वाकांक्षी योजना पर अब खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. अक्षय कुमार के करियर के लिए भी यह झटका साबित हो सकता है, क्योंकि हाल के वर्षों में उनकी अधिकांश फिल्में उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाईं.


