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ब्लैक फ्राइडे! इजराइल-ईरान संघर्ष से धड़ाम हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स 1262 और निफ्टी 415 अंक टूटा

ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ शेयर बाजार के लिए, जब इजराइल-ईरान के बीच बढ़ते सैन्य संघर्ष के चलते वैश्विक तनाव गहराया और भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई. शुक्रवार को सेंसेक्स 1262 अंक की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी 415 अंक लुढ़क गया.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

शुक्रवार सुबह भारतीय शेयर बाजारों में हाहाकार मच गया. इज़राइल द्वारा ईरान पर हमला करने की खबर के बाद वैश्विक स्तर पर बनी अनिश्चितता का गहरा असर घरेलू मार्केट पर भी पड़ा. बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही बेंचमार्क इंडेक्स भारी गिरावट के साथ खुले और शुरुआती ट्रेडिंग में करीब डेढ़ फीसदी से ज्यादा टूट गए.

विशेषज्ञों और निवेशकों के लिए यह दिन 'ब्लैक फ्राइडे' बन गया, जहां ना सिर्फ सेक्टोरल इंडेक्स बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी जोरदार गिरावट देखी गई. वैश्विक निवेशक भी घबराहट में सुरक्षित संपत्तियों की ओर भागते दिखे और इसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजारों पर पड़ा.

सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट

शुक्रवार की शुरुआत में ही बीएसई सेंसेक्स 1262.44 अंक की गिरावट के साथ 80,429.54 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 415.20 अंक गिरकर 24,473.00 के स्तर पर आ गया. ये गिरावट क्रमशः -1.55% और -1.67% के आसपास रही, जो कि इस साल की सबसे बड़ी इंट्रा डे गिरावटों में से एक मानी जा रही है.

इजराइल-ईरान युद्ध का असर बाजार पर

यह गिरावट इज़राइल द्वारा शुक्रवार सुबह ईरान पर किए गए सैन्य हमले के बाद आई. इस हमले ने मिडिल ईस्ट में तनाव को और भड़का दिया है और बड़े पैमाने पर क्षेत्रीय युद्ध की आशंका बढ़ गई है. अमेरिका ने इस हमले को इज़राइल की एकतरफा सैन्य कार्रवाई बताया और ईरान को चेतावनी दी कि वह अमेरिकी ठिकानों या संपत्तियों को निशाना न बनाए.

वैश्विक बाजार में मची खलबली

इज़राइल-ईरान टकराव का असर सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहा. अमेरिका के फ्यूचर्स और एशियाई शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई. निवेशक जोखिम से बचने के लिए गोल्ड और जापानी येन जैसी सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़े. वहीं क्रिप्टोकरेंसी में भी भारी गिरावट देखने को मिली.

बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने ANI से कहा कि स्थिति बेहद अस्थिर है. इज़राइल ने ईरान के पलटवार की आशंका में नेशनल इमरजेंसी घोषित कर दी है. अगर ईरान ने पर्शियन गल्फ की ऑयल सप्लाई को रोका, तो दुनिया भर में तेल की कीमतें आसमान छू सकती हैं. शुक्रवार और वो भी 13 तारीख को, निवेशक जोखिम से दूर भागते दिखे हैं. शेयरों में गिरावट, बॉन्ड यील्ड्स में गिरावट, तेल महंगा, गोल्ड और येन में तेजी, और क्रिप्टो मार्केट लाल निशान में है.

हर सेक्टर में गिरावट

एनएसई पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स में बिकवाली देखने को मिली.

निफ्टी ऑटो: 2% से अधिक गिरा

निफ्टी आईटी: 1.87%

निफ्टी मेटल और मीडिया: 1.77%

निफ्टी फार्मा: 1.3%

निफ्टी पीएसयू बैंक: 1.86% गिरा

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट रही. निफ्टी मिडकैप में 1.69% और निफ्टी स्मॉलकैप में 1.87% की गिरावट आई.

एयरलाइन सेक्टर में भी दबाव

बोइंग के 787-8 ड्रीमलाइनर के अहमदाबाद में क्रैश होने की खबर के बाद एविएशन सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई.

इंडिगो के शेयर 5% से अधिक गिरे

स्पाइसजेट में भी 3.65% की गिरावट दर्ज हुई

वहीं, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में बोइंग के शेयरों में 4.79% की गिरावट दर्ज की गई.

क्या फिर उबर पाएगा बाजार?

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे भू-राजनीतिक झटकों के बाद बाजारों में अल्पकालिक गिरावट होती है लेकिन अगर स्थिति ज्यादा नहीं बिगड़ती तो रिकवरी भी उतनी ही तेज हो सकती है. हालांकि तेल आपूर्ति की अनिश्चितता और क्षेत्रीय युद्ध का खतरा फिलहाल बाजार को अस्थिर बनाए रख सकता है.

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13 June 2025, 11:16 AM IST

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