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तेल बाजार में तूफान! इजरायल के ईरान पर हमले के बाद कीमतें उछलीं, 13% से ज्यादा बढ़त

Israel Iran Conflict: मध्य पूर्व में इजरायल-ईरान तनाव के बीच वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई है. शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में 13% से ज्यादा की जोरदार तेजी दर्ज की गई, जिससे ब्रेंट क्रूड दो महीने के उच्चतम स्तर 78.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Israel Iran Conflict: मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के चलते शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. इजरायल द्वारा ईरान पर हमला करने की खबर के बाद वैश्विक तेल बाजार में चिंता का माहौल है, जिससे आपूर्ति बाधित होने की आशंका तेज हो गई है.

ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 12.82% उछलकर 78.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई, जबकि अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स में 13.48% की तेजी आई और यह 77.21 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. यह कच्चे तेल की कीमतों में दो महीनों की सबसे बड़ी बढ़त मानी जा रही है.

इजरायल ने ईरान में दर्जनों ठिकानों को बनाया निशाना

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने पुष्टि की है कि उसने ईरान पर हमला किया है और वहां के दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया है. एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने बताया कि यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ एक पूर्व-खतरनाक कार्रवाई थी.

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस हमले का मकसद ईरान के परमाणु बुनियादी ढांचे, बैलिस्टिक मिसाइल फैक्ट्रियों और अन्य सैन्य क्षमताओं को नुकसान पहुंचाना था.

तेहरान में धमाकों की गूंज

ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि राजधानी तेहरान में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई. ईरान पहले ही चेतावनी दे चुका था कि अगर उस पर हमला हुआ तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा. अब माना जा रहा है कि जवाबी हमले की आशंका और बढ़ गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका द्वारा ईरान को परमाणु हथियार सामग्री के उत्पादन को रोकने के लिए राजी करने की कोशिशों के बीच यह हमला हुआ है.

पूरे इजरायल में आपातकाल की घोषणा

इजरायल के रक्षा मंत्री ने देशभर में आपातकाल की घोषणा कर दी है. साथ ही, अमेरिका ने भी अपने सैन्य बेस पर संभावित हमलों के मद्देनज़र अपने कर्मियों को आंशिक रूप से हटाने की तैयारी शुरू कर दी है.

स्ट्रेट ऑफ होर्मुज पर मंडरा रहा संकट

विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर यह संघर्ष और व्यापक रूप लेता है तो स्ट्रेट ऑफ होर्मुज पर असर पड़ सकता है, जो कि वैश्विक तेल आपूर्ति का लगभग 20% हिस्सा नियंत्रित करता है. यह स्थिति तेल की कीमतों में और तेजी ला सकती है.

भारतीय बाजार पर असर

भारतीय मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर कच्चा तेल ₹6,200 प्रति बैरल तक पहुंचने की संभावना है. बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि दिन के कारोबार में बायर सर्किट लग सकता है.

इस सप्ताह तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी फरवरी 2022 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त मानी जा रही है. इससे साफ है कि बाजार को मिडिल ईस्ट में किसी बड़े संघर्ष की आशंका सताने लगी है.

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13 June 2025, 10:00 AM IST

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