कांस फिल्म फेस्टिवल: मछलियों के गांव से बन गया फैशन और सिनेमा का केंद्र
कभी मछलियों का साधारण गांव रहा फ्रांस का कांस शहर आज ग्लैमर और फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बन चुका है. यहां शुरू हुआ कांस फिल्म फेस्टिवल अब दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित आयोजन बन गया है, जहां ऐश्वर्या राय से लेकर टॉम क्रूज तक सितारे हर साल अपनी चमक बिखेरते हैं.

फ्रांस का कांस फिल्म फेस्टिवल, जो 13 मई से शुरू होकर 25 मई तक चलेगा, दुनियाभर के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में से एक माना जाता है. यह फेस्टिवल न केवल फिल्मों के लिए, बल्कि अपने भव्य रेड कार्पेट, फैशन और ग्लैमर के लिए भी प्रसिद्ध है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज जिस शहर को दुनिया लक्जरी और फिल्मी चकाचौंध के लिए जानती है, वह कभी एक साधारण मछुआरों का गांव हुआ करता था?
ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी में लियुरियन ऑक्सीबी नामक जनजाति ने इस क्षेत्र में 'एजिट्ना' नाम की एक बस्ती बसाई थी. माना जाता है कि यह नाम समुद्र की लहरों से जुड़ा हो सकता है. यह क्षेत्र मछलियों के लिए प्रसिद्ध था और आस-पास के लेरिंस द्वीप समूह के लिए बंदरगाह का काम करता था. धीरे-धीरे यहां झड़पें शुरू हुईं और 10वीं शताब्दी तक इसे ‘कैनुआ’ कहा जाने लगा. कहा जाता है कि यह नाम गन्ने के पौधे ‘कैना’ से प्रेरित था.
कांस महल और शहरी विकास
891 ईस्वी में सारासेंस के हमलों के चलते लेरिंस द्वीप असुरक्षित हो गया और लोग सुक्वेट नामक पहाड़ी क्षेत्र में बसने लगे. वर्ष 1035 में यहीं एक किला बनाया गया जिसे 'कांस' नाम दिया गया. बाद में यह क्षेत्र सुक्वेट से अलग होकर स्वतंत्र रूप से विकसित हुआ और कांस शहर का स्वरूप लिया.
आधुनिक कांस की नींव
18वीं और 19वीं शताब्दी में फ्रांस ने इस क्षेत्र को कई विदेशी आक्रमणों से बचाया. इसके बाद मैरी डी लैमेट्स और प्रिंस चार्ल्स-3 के नेतृत्व में कांस का आधुनिकीकरण शुरू हुआ. 1860 तक यहां होटल, रेलवे, कैसीनो और सड़कें बन गईं, जिससे पेरिस से इसकी दूरी कम होकर 23 घंटे रह गई.
फिल्म फेस्टिवल और रेड कार्पेट की भव्यता
1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय भाईचारे और कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कांस फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत हुई. यह फेस्टिवल अब दुनियाभर के फिल्मी सितारों और निर्माताओं का प्रमुख मंच बन गया है. यहां फिल्मों की स्क्रीनिंग के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार भी दिए जाते हैं.
फेस्टिवल का सबसे खास हिस्सा है इसका 60 मीटर लंबा रेड कार्पेट, जिसे दिन में तीन बार बदला जाता है. यहां दुनिया भर के सितारे अपनी फैशनेबल उपस्थिति से सुर्खियां बटोरते हैं. कांस आज सिर्फ एक फिल्म फेस्टिवल नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ग्लैमर की दुनिया का अंतरराष्ट्रीय प्रतीक बन चुका है.


