केरल: राहुल गांधी ने आज केरल प्रदेश की पदयात्रा समाप्त होने के बाद मीडिया संवाद किया। उन्होंने इस दौरान कई अहम सवालों का जबाव दिया। उन्होंने अबतक की यात्रा को सफल बताया साथ ही कहा, यात्रा को लोगों को यह बताने के लिए डिज़ाइन किया गया है कि उन्हें एकजुट होने और एक ऐसे भारत में वापस जाने की आवश्यकता है जो अपने आप में प्रेमपूर्ण और स्नेही था। लोग अपनी संबद्धता की परवाह किए बिना बाहर आ रहे हैं। यात्रा का हिस्सा बन कदम ताल कर रहें हैं।

आगे गांधी ने केंद्र सरकार की नीतियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, हम एक ऐसी मशीन से लड़ रहे हैं जिसने भारत के संस्थागत ढांचे पर कब्जा कर लिया है। लोगों पर दबाव बनाने और धमकाने के लिए उनके पास असीमित धन है। इसका परिणाम हमने गोवा में देखा है। बेरोजगारी की बढ़ती दर से युवा परेशान हैं, आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। ये चिंताएं सभी पदयात्रियों को प्रोत्साहित करती रहती हैं और परस्पर जुड़ी हुई भी हैं।

साथ ही उन्होंने कहा बीजेपी-आरएसएस द्वारा नफरत फैलाने, कुछ चुने हुए लोगों द्वारा पूंजी की एकाग्रता इस सब कड़़ियों को भारत की जनता समझने लगी है।नफरत, हिंसा और अहंकार आज स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। इस देश में नम्रता, करुणा और अहिंसा की परंपरा है - यह सच्चे भारत का प्रतिनिधित्व करता है। यात्रा की सफलता तीन विचारों पर आधारित है।