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'राख से राख और धूल से धूल...' विराट कोहली के सन्यास पर डीजीएम ने क्यों कही ये बात

भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जिससे क्रिकेट जगत में भावनात्मक प्रतिक्रिया हुई. इसी दिन भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी, जिसमें पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम किया गया. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कोहली को श्रद्धांजलि देते हुए सेना की रणनीतिक ताकत और वायु रक्षा प्रणाली की सराहना की. सैटेलाइट इमेज और वीडियो के ज़रिए पारदर्शिता भी सुनिश्चित की गई.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली ने सोमवार 12 मई को एक युग का अंत करते हुए टेस्ट क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा कर दी. कोहली ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावनात्मक पोस्ट के जरिए इस फैसले को सार्वजनिक किया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई पांच मैचों की सीरीज के बाद से उनके रिटायरमेंट की अटकलें लगाई जा रही थीं, जो अब सच साबित हुईं.

विराट के सन्यास पर क्या बोले डीजीएमओ?

इसी दिन भारतीय सशस्त्र बलों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर ऑपरेशन सिंदूर की विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने भी विराट कोहली के संन्यास का उल्लेख करते हुए कहा, "जैसे कई भारतीयों के लिए, कोहली भी मेरे प्रिय खिलाड़ी हैं. आज उनके करियर की यह ऐतिहासिक घोषणा एक युग के अंत जैसा है." उन्होंने आगे कहा, "यह मौका है जब हम न केवल देश की सुरक्षा बल्कि उन नायकों की भी सराहना करें, जिन्होंने वर्षों तक राष्ट्र को गौरव दिलाया."

एशेज की कहानी का दिया संदर्भ

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए 1970 के दशक की प्रसिद्ध एशेज सीरीज का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि उस समय ऑस्ट्रेलिया के पास जेफ थॉम्पसन और डेनिस लिली जैसे खतरनाक तेज गेंदबाज थे. उनकी गेंदबाजी से इंग्लैंड की टीम अक्सर संघर्ष करती थी. एक प्रचलित मुहावरा उस दौर में जन्मा:"Ashes to Ashes, Dust to Dust, if Thommo don’t get you, then Lillee must." इसका मतलब है कि अगर एक नहीं तो दूसरा ज़रूर सफल होगा.

पाकिस्तान को करारा जवाब

इसी संदर्भ में घई ने बताया कि भारतीय सेना की भी क्षमता ऐसी ही है. हर चुनौती के लिए तैयार. पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया. उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल आतंकवादियों और उनके संरक्षक ढांचे के विरुद्ध अभियान चला रहे हैं, न कि सीधे पाकिस्तान की सेना के खिलाफ.

इस ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए जवाबी हमलों की भी जानकारी दी गई. सेना ने सैटेलाइट इमेज और वीडियो के माध्यम से इन ऑपरेशनों की पारदर्शिता सुनिश्चित की.

डिफेंस सिस्टम की मजबूती पर जोर

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने स्वदेशी रक्षा तकनीकों की सराहना करते हुए बताया कि भारत की रक्षा प्रणाली, विशेषकर वायु रक्षा तंत्र, ने हालिया हमलों के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए तकनीकी और बजटीय समर्थन के चलते ये सफलताएं संभव हुई हैं.

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12 May 2025, 05:06 PM IST

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