'भय बिनु होय न प्रीत', रामचरित मानस की चौपाई से इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान को दिया सख्त संदेश
भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू कर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की. मीडिया ब्रीफिंग में एयर मार्शल ए.के. भारती और DGMO राजीव घई ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई पाकिस्तान से नहीं बल्कि आतंकवादियों और उनके समर्थन ढांचे से है. रामचरितमानस की चौपाई के जरिए पाकिस्तान को चेतावनी दी गई. स्वदेशी आकाश वायु रक्षा प्रणाली के प्रदर्शन ने भारतीय सैन्य क्षमताओं को और मजबूत किया.

भारतीय सशस्त्र बलों ने सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए "ऑपरेशन सिंदूर" की विस्तृत जानकारी साझा की. यह ऑपरेशन हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया था. प्रेस वार्ता के दौरान सशस्त्र बलों ने स्पष्ट किया कि यह अभियान आतंकवाद के विरुद्ध भारत की निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक है.
रामचरितमानस की चौपाई के ज़रिए भेजा सख्त संदेश
एयर मार्शल ए.के. भारती ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान महाकवि तुलसीदास की रामचरितमानस की प्रसिद्ध चौपाई का हवाला देते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी:
"विनय न मानत जलध जद, गए तीन दिन बीती. बोले राम सकोप तब, भय बिनु होय न प्रीत." इस श्लोक के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि जब विनम्रता का उत्तर नहीं मिलता, तब सख्ती आवश्यक हो जाती है. यह टिप्पणी स्पष्ट संकेत था कि भारत अब आतंकी हमलों को लेकर कोई नरमी नहीं बरतेगा.
पाप का घड़ा भर चुका था
सेना के अभियान महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि आतंकवादियों की गतिविधियां बर्दाश्त की सीमा पार कर चुकी हैं. उन्होंने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में आतंकी हमलों की प्रकृति बदल गई है. आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा था, और अब समय आ गया था कि इस पाप का अंत किया जाए."
पाक सेना की भूमिका पर भी उठे सवाल
एयर मार्शल भारती ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई पाकिस्तान से नहीं, बल्कि आतंकवाद और उसके नेटवर्क से है. हालांकि, उन्होंने यह अफसोस जताया कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का समर्थन कर हस्तक्षेप का रास्ता चुना. उन्होंने बताया कि भारतीय क्षेत्र में पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों के प्रयासों का करारा जवाब दिया गया.
वायु सुरक्षा प्रणाली की मजबूती पर भरोसा
भारतीय रक्षा प्रणालियों की ताकत का उल्लेख करते हुए एयर मार्शल ने बताया कि स्वदेशी 'आकाश' वायु रक्षा प्रणाली ने इस ऑपरेशन में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, “हमारी एयर डिफेंस यूनिट्स किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए तैयार हैं. भारत सरकार की बजटीय और नीतिगत सहायता से ही हम यह संरचना खड़ी कर सके हैं.”
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
भारतीय सेना का यह संदेश न केवल सीमा पार आतंकवाद को लेकर है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब किसी भी उकसावे का मुँहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक रणनीतिक और सटीक सैन्य पहल रही, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने अपनी क्षमता और प्रतिबद्धता का स्पष्ट परिचय दिया.


