सेना के बाद अब सरकार की बारी! ऑपरेशन सिंदूर के बीच रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसमें वह हाल ही में चलाए गए "ऑपरेशन सिंदूर" पर अहम जानकारी साझा कर सकते हैं. यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर प्रभावी हमले किए. यह कार्रवाई सुरक्षा को लेकर भारत की सख्त नीति को दर्शाती है. पीएम मोदी कुछ अन्य सुरक्षा से जुड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं. ऐसा माना जा रहा है कि वह अपने भाषण में हाल ही में सेना द्वारा चलाए गए "ऑपरेशन सिंदूर" को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर सकते हैं. यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब देश की सुरक्षा को लेकर जागरूकता और गंभीरता अपने चरम पर है.
पहलगाम हमले के बाद सेना की बड़ी कार्रवाई
कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में एक आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें हमारे सुरक्षाबलों को नुकसान हुआ. इस हमले के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक विशेष सैन्य अभियान शुरू किया, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया. इस ऑपरेशन का मकसद आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें खत्म करना था.
पाकिस्तान के अंदर तक पहुंचा भारतीय सेना का संदेश
रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने सीमा पार पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के ठिकानों पर सटीक और प्रभावशाली हमले किए. इससे पाकिस्तान में भारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं. इस कार्रवाई ने न केवल दुश्मन को करारा जवाब दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अपनी सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने मचाई तबाही
सेना सूत्रों के मुताबिक, इस अभियान को पूरी तरह से गुप्त और रणनीतिक तरीके से अंजाम दिया गया. अत्याधुनिक हथियारों और तकनीक का इस्तेमाल कर आतंकियों के कई लॉन्च पैड्स को ध्वस्त किया गया. इसका असर यह हुआ कि सीमा पार आतंकी गतिविधियों पर अस्थायी रोक लगी है, और दुश्मन खेमों में डर का माहौल बन गया है.
पीएम मोदी कर सकते हैं अहम घोषणाएं
आज रात प्रधानमंत्री के संबोधन में इस सैन्य अभियान की जानकारी के साथ-साथ कुछ अन्य सुरक्षा संबंधित घोषणाएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा, वह देशवासियों से एकजुट रहने और देश की सीमाओं की रक्षा में सहयोग की अपील कर सकते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम का यह संबोधन एक बड़ा संदेश देने वाला हो सकता है, खासकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए.


