'बेगानी शादी में...', ठाकरे, पवार परिवार के बीच गठजोड़ की चर्चा पर बोले देवेंद्र फड़णवीस
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में शिवसेना, मनसे और एनसीपी गुटों के संभावित गठजोड़ पर मीडिया की जल्दबाजी पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि वह पारिवारिक समीकरणों में टिप्पणी कर परेशानी नहीं लेना चाहते. उधर, उद्धव और राज ठाकरे तथा पवार गुटों के बीच मेल की अटकलें तेज हैं, लेकिन कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को राजनीतिक गठबंधनों को लेकर मीडिया में चल रही चर्चाओं को लेकर हल्के-फुल्के अंदाज में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के उद्धव ठाकरे, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और एनसीपी के दो गुटों के बीच संभावित मेल-जोल को लेकर सबसे ज्यादा अधीर मीडिया ही है.
'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना' का उदाहरण
एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान जब फडणवीस से ठाकरे और पवार परिवारों के संभावित समीकरणों पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने व्यंग्यपूर्वक कहा, "मैं 'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना' जैसी सोच में विश्वास नहीं रखता." इस बयान के जरिए उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह इन पारिवारिक या राजनीतिक गठजोड़ों की अटकलों में खुद को घसीटना नहीं चाहते.
राजनीतिक रिश्तों पर नहीं करना चाहते टिप्पणी
फडणवीस ने आगे कहा, "वे भाई भी हैं (उद्धव और राज ठाकरे) और चाचा-भतीजे भी (शरद पवार और अजित पवार). अगर वे आपस में कुछ तय कर लें तो अच्छी बात है, लेकिन मीडिया पहले ही भविष्यवाणियाँ करने में जुट गया है. मुझे यह भी नहीं पता कि वे आपस में संवाद कर भी रहे हैं या नहीं. मैं किसी भी परिवार को लेकर टिप्पणी कर अपनी परेशानियाँ नहीं बढ़ाना चाहता."
ठाकरे परिवार में संभावित समीकरण
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज ठाकरे के साथ संभावित गठबंधन की चर्चाओं को नया मोड़ दिया. जब पत्रकारों ने इस विषय में सवाल किया तो उन्होंने सीधा उत्तर देने की बजाय कहा, "महाराष्ट्र की जो इच्छा होगी, वही होगा." इस रहस्यमय बयान ने दोनों भाइयों के बीच संभावित समझौते की अटकलों को और बल दिया.
‘सामना’ में छपी पुरानी तस्वीर
उद्धव ठाकरे की पार्टी के मुखपत्र सामना ने शनिवार को अपने पहले पृष्ठ पर उद्धव और राज ठाकरे की एक पुरानी तस्वीर प्रकाशित की, जिसे संभावित मेल-जोल का प्रतीक माना जा रहा है. इससे पहले ऐसी कोई सार्वजनिक पहल लंबे समय से नहीं देखी गई थी.
राज ठाकरे की रणनीति पर चर्चा
इसी दिन मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की. इस बैठक का उद्देश्य यह जानना था कि पार्टी का आधार और कार्यकर्ता इस संभावित गठबंधन को किस नजरिए से देख रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, राज इस मुद्दे पर संगठन के मूड को भांपकर ही कोई अंतिम निर्णय लेना चाहते हैं.
एनसीपी में भी हलचल जारी
एनसीपी के भीतर भी हलचल कम नहीं है. अजित पवार और शरद पवार के बीच संबंधों में आई खटास के बावजूद अब उनके पुनर्मिलन की अटकलें जोर पकड़ रही हैं. हालांकि, अभी तक इस विषय में कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.


