'आंखों में आंखें डालकर देखना...', पीएम मोदी के ऑपरेशन सिंदूर के भाषण पर क्या बोले शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत-पाक संघर्ष के दौरान दिए गए संबोधन और ऑपरेशन सिंदूर की खुलकर सराहना की. उन्होंने इसे योजनाबद्ध, प्रभावी और दृढ़ संदेश वाला बताया. थरूर ने कहा कि पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी मिल चुकी है और भारत को पहलगाम हमले के दोषियों को पकड़ने तक प्रयास जारी रखने चाहिए.

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया कार्रवाई और राष्ट्र के नाम संबोधन की खुलकर सराहना की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष की स्थिति को "बहुत अच्छे ढंग से" संभाला और ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से एक स्पष्ट, निर्णायक संदेश दिया. थरूर के अनुसार, यह प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है कि वे संकट के समय राष्ट्र से संवाद करें, और यह भाषण समयानुकूल तथा प्रभावी था.
सार्वजनिक संबोधन की आवश्यकता पर जोर
थरूर ने प्रधानमंत्री की टीवी पर आकर जनता से सीधी बात करने की तारीफ की और कहा कि यह केवल “मन की बात” जैसे सामान्य संबोधनों से आगे की ज़रूरत थी. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी या युद्ध जैसे संकटों में प्रधानमंत्री का जनता को संबोधित करना अत्यंत आवश्यक होता है, जिससे देश को एकजुटता और दिशा मिलती है.
ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक सफलता
शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक तैयारी की तारीफ करते हुए कहा कि यह एक सावधानीपूर्वक और गहन योजना के तहत अंजाम दिया गया सैन्य ऑपरेशन था. उन्होंने कहा कि यह कोई तात्कालिक या भावनात्मक प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि अच्छी तरह से संचालित कार्रवाई थी. इसके नामकरण से लेकर क्रियान्वयन तक, थरूर ने इसे "पूरे अंक" दिए.
पाकिस्तान को मिला स्पष्ट संदेश
थरूर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवादी हमले सहन नहीं किए जाएंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान इस तरह की हरकतें दोहराता है, तो उसे परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा. उनका मानना है कि पाकिस्तान को यह संदेश पूरी तरह से समझ में आ गया है.
प्रधानमंत्री के भाषण में थरूर की पंक्ति
थरूर ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री के भाषण में उनकी लिखी हुई एक पंक्ति को शामिल किया गया था, जो उन्होंने दो सप्ताह पहले एक लेख में लिखी थी – "यह युद्ध का युग नहीं है, लेकिन यह आतंकवाद का युग भी नहीं होना चाहिए." थरूर ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि प्रधानमंत्री ने उनके विचार को अपनाया.
गलत सूचना के खिलाफ काम की जरूरत
विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री के भाषण को अधूरा बताए जाने पर थरूर ने कहा कि सरकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत सूचना से लड़ने की दिशा में और प्रयास करने चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि मीडिया और कूटनीति के जरिए वैश्विक मंचों पर भारत की स्थिति को स्पष्ट किया जाना चाहिए.
पाकिस्तान की ‘इनकार नीति’ पर निशाना
थरूर ने पाकिस्तान की रणनीति को ‘इनकार की नीति’ करार दिया. उन्होंने कहा कि चाहे ओसामा बिन लादेन का मामला हो या 26/11 मुंबई हमला, पाकिस्तान हमेशा सबूत की मांग करता है और सच्चाई को नकारता है. उन्होंने ज़ोर दिया कि भारत को पहलगाम हमले के दोषियों को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए.


